चम्पावत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लगीं चार कांपैक्टर मशीनें, पाटनी पाटनी की मशीन का डीएम ने किया शुभारंभ, कचरे का होगा निस्तारण
चम्पावत/लोहाघाट। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कांपैक्टर मशीन से एकल उपयोग प्लास्टिक (सिंगल यूज प्लास्टिक) कचरे का निस्तारण होगा। साथ ही कचरे को कांपैक्ट कर इसकी बिक्री से कमाई भी होगी। चंपावत के चारों विकासखंड में एक-एक मशीन लगाई गई है।
चम्पावत ब्लाक के तहत नायकगोठ, लोहाघाट के पाटन पाटनी ग्राम पंचायत व पाटी और बाराकोट ब्लॉक मुख्यालय में कांपैक्टर मशनी लगाई गई हैं। मशीन के जरिए पॉलीथिन और प्लास्टिक को छोटा रूप देकर निस्तारित किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में रोज औसतन 25 टन जैविक और अजैविक कूड़ा होता है। अपर मुख्य अधिकारी भगवत पाटनी ने कहा कि कांपैक्टर से ग्रामीण क्षेत्रों को साफ रखने में मदद मिलेगी। दो अक्तूबर तक सभी चारों मशीन का संचालन शुरू हो जाएगा।
वहीं जिले के ग्रामीण क्षेत्र की पहली कांपैक्टर मशीन लोहाघाट ब्लॉक के पाटन पाटनी ग्राम पंचायत में लग गई है। डीएम नवनीत पांडे ने शुक्रवार को 16 लाख रुपये की इस मशीन का शुभारंभ किया। प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई एकत्रीकरण केंद्र की इस मशीन से ब्लॉक की 67 ग्राम पंचायतों की सफाई में मदद मिलेगी। डीएम ने लोगों से प्लास्टिक उन्मूलन में सहयोग की अपील की। डीएम ने कहा कि हमें इकोसिस्टम को बनाए रखना है तो हमें प्लास्टिक के उपयोग को कम करना होगा। उसे घर से रीसायकल करना होगा। इस हेतु आरआरआर पद्धति रिड्यूस (कम उपयोग करना) रीयूज (पुनः उपयोग करना) तथा रीसायकल (पुनः नए उत्पाद में बदलने/ उपयोग में लाना) के तहत कार्य करना होगा। लोगों ने सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग रखने और स्वच्छता का संकल्प लिया। इस मौके पर ग्राम प्रधान पाटन पाटनी जानकी बोरा ने कहा कि उनकी ग्राम पंचायत स्वच्छता के क्षेत्र में पूर्व से ही आगे आई है। ग्राम पंचायत द्वारा कंपैक्टर यूनिट स्थापित करने हेतु निशुल्क भूमि भी दी गई है। साथ ही ग्राम पंचायत द्वारा हर घर से कूड़ा एकत्रित कर उसके निस्तारण हेतु पूर्व से ही कूड़ा वाहन लगाने के साथ ही पर्यावरण मित्रों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कंपैक्टर यूनिट को ग्राम पंचायत व महिला स्वयं समूह को संचालन हेतु दिया जाए। इस मौके पर तीन पर्यावरण मित्रों व कार्मिकों को जिलाधिकारी द्वारा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर प्रधान जानकी बोहरा, स्वजल के तकनीकी सलाहकार धीरज जोशी, बीडीसी सदस्य गंगा पाटनी, सीडीओ आरएस रावत, बीडीओ अशोक अधिकारी, जल संस्थान के ईई विलाल युनूस, जल निगम के वीके पाल, आइटीबीपी के एसी विक्रम सिंह, मोहन पाटनी, भुवन चौबे, सचिन जोशी, प्रकाश बोहरा आदि मौजूद थे।