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आधे बने पुल पर ले गया GPS! नदी में जा गिरी कार, दो सगे भाइयों समेत तीन युवकों की मौत

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उत्तर प्रदेश के बरेली में एक कार अंडर कंस्ट्रक्शन (निर्माणाधीन) पुल से नदी में जा गिरी। हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई। बताया गया है कि कार में GPS लगा हुआ था। वो लोग मोबाइल पर बताए गए लोकेशन के भरोसे यात्रा कर रहे थे। इस दौरान घना कोहरा भी था, जिससे उन्हें आगे का रास्ता नहीं दिखा और वो पुल पर चलते चले गए।

घटना खल्लरपुर गांव में रामगंगा नदी की है। इस घटना को लेकर बरेली पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट करके जानकारी दी है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा है कि …24 नवंबर की सुबह 9.30 बजे के क़रीब फरीदपुर थाने पर कॉल आया। इसमें ख़बर दी गई कि खल्लरपुर गांव में रामगंगा नदी के बीच एक गाड़ी गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई है। ख़बर मिलने के बाद तत्काल फरीदपुर पुलिस और बदायूं जिले के दातागंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं, एक वैगनआर कार पुल के नीचे गिरी मिली। पुल निर्माणाधीन है, जो दातागंज और फरीदपुर के बीच कनेक्ट होना है। ऐसा लग रहा है कि पुल आधा बना होने की वजह से कार नीचे जाकर गिर गई।

पुलिस अधिकारी ने आगे बताया है कि … कार से 3 लोगों के शव निकाले गए। पुलिस जांच में दो लोगों की पहचान अमित और विवेक के रूप में हुई है। ये लोग फर्रुखाबाद के इमादपुर के निवासी हैं। दोनों के परिजनों को ख़बर दे दी गई है। एक और व्यक्ति की पहचान की जा रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया है कि कार के GPS में फर्रुखाबाद की लोकेशन लगी थी। शायद मैप इन लोगों को ग़लत डायरेक्शन में ले गया और इस वजह से ये लोग अंडर कंस्ट्रक्शन पुल पर कार को चलाते चले गए, जिससे हादसा हो गया। बताया गया कि कोहरे के कारण कार चालक को निर्माणाधीन पुल नहीं दिखा।

तेज़ आवाज़ सुन पहुंचे ग्रामीण
रिपोर्ट के मुताबिक़ ग्रामीणों ने बताया कि कार जब राम गंगा नदी में गिरी, तो तेज़ आवाज़ आई। वहां खेतों में लोग मौजूद थे, जो सुनकर वहां पहुंचे। कई लोगों का कहना है कि उन्होंने गंगा में कार को डूबते देखा। फिर पुलिस को ख़बर दी। बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार हुए अमित और विवेक सगे भाई थे। तीसरे शख्स का नाम कौशल बताया जा रहा है।

गुरुग्राम की सिक्योरिटी कंपनी में थे कर्मचारी
पुलिस को कार से गुरुग्राम की सिक्योरिटी कंपनी का कार्ड मिला जिसमें विवेक कुमार को ऑपरेशन एक्जीक्यूटिव के तौर पर दिखाया गया था। बाद में फरीदपुर के पढ़ेरा गांव निवासी प्रमोद कुमार ने मृतकों की पहचान अपने साले नितिन कुमार (30) व अजीत कुमार (35) और अमित के रूप में की। इनमें फर्रुखाबाद के एत्मादपुर हीरामढ़ी निवासी नितिन और अजीत आपस में सगे चचेरे तहेरे भाई और सिक्योरिटी कंपनी के ड्राइवर बताए गए जबकि मैनपुरी के कुरावली निवासी अमित इनका साथी और रिश्तेदार बताया गया।

फरीदपुर में रविवार को थी शादी
प्रमोद कुमार ने बताया कि नितिन के चचेरे भाई राजेश की बेटी की रविवार को फरीदपुर में शादी होनी है। इसी में शामिल होने के लिए यह लोग गुड़गांव से चले थे। बताया कि शनिवार रात भी इन्हें बदायूं जिले में कहीं और शादी में शामिल होना था इसलिए यह गुड़गांव से मुरादाबाद-बरेली के रास्ते न जाकर बदायूं के रास्ते फरीदपुर जा रहे थे।

सरकारी अराजकता के चक्कर में गई जान
तीनों लोग शार्टकट से फरीदपुर जाने को निकले थे। मोबाइल पर इन्होंने लोकेशन लगा रखी थी, जिसमें पुल पूरा बना दिखाई दे रहा था। बता दें कि दो साल पहले जब इस पुल का निर्माण हुआ तो रामगंगा ने कटान कर दिया और एप्रोच रोड पानी में बह गई। इसके बाद रामगंगा खिसककर फरीदपुर के खल्लपुर गांव की ओर बहने लगी। इससे पुल का काफी हिस्सा दोबारा बनाने की जरूरत महसूस होने लगी। शुरू में निर्माणदायी संस्था ने दातागंज की ओर से पुल के प्रवेश मार्ग पर दीवार बना दी थी जो बाद में टूट गई। इसके बाद से पुल पर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया। स्थानीय लोगों को इस बारे में जानकारी थी पर बाहर से आने वाले वाहन चालकों को खतरा बना रहता है, इसी सरकारी अराजकता की वजह से तीन लोगों की जान चली गई।

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