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लोहाघाट में गुरिल्लों का धरना जारी, प्रशासन से वार्ता रही विफल, 10 निकालेंगे रैली

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चम्पावत। लोहाघाट में नौकरी व पेंशन की मांग को लेकर गत 29 जनवरी से गांधी पार्क में गुरिल्लों का धरना प्रदर्शन जारी है। शनिवार को प्रशासन ने आगामी 11 फरवरी को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर धरने पर बैठे गुरिल्लों से धरना समाप्त करने को लेकर वार्ता की, लेकिन वार्ता सफल नहीं हो पाई। गुरिल्लों ने कहा है कि उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। 10 फरवरी को वे नगर में रैली निकालेंगे। वहीं 11 फरवरी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे।

गुरिल्ला संगठन जिला अध्यक्ष ललित बगौली ने बताया है कि प्रशासन ने उनसे धरना समाप्त करने का आग्रह किया था, लेकिन प्रशासन से उनकी वार्ता विफल रही है। गुरिल्लाओं का धरना जारी रहेगा। सिर्फ प्रदेश संगठन के आदेश पर ही आंदोलन खत्म किया जा सकता है। जिलाध्यक्ष बगौली ने कहा कि फिलहाल 8 फरवरी तक धरना किसी भी हालत में खत्म नहीं किया जाएगा। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी लोहाघाट आ रहे हैं। उन्हीं के द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जिलाध्यक्ष ने कहा प्रशासन गुरिल्लाओं को लिखित में दे 11 फरवरी को गुरिल्ला संगठन के पांच जिलाध्यक्षों को वार्ता के लिए मुख्यमंत्री से मिलाया जाएगा, तभी गुरिल्लाओं का धरना खत्म हो सकता है। अन्यथा धरना जारी रहेगा गुरिल्ला। किसी भी कीमत में पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा अपनी मांगों को लेकर पिछले सत्रह सालों से गुरिल्ला आंदोलन कर रहे हैं, पर सरकारों के द्वारा उनकी सुध नहीं ली गई। मालूम हो 29 फरवरी से गुरिल्ला धीरज गांधी जी की प्रतिमा के समीप धरना दे रहे हैं, जिनका साथ जिले के सभी महिला व पुरुष गुरिल्ला दे रहे हैं। शनिवार को व्यापारी प्रकाश पुनेठा, सतीश शाह, महेश जोशी, राजू भैया, जितेंद्र शाह, कमल वर्मा के द्वारा भी गुरिल्लाओं के आंदोलन को समर्थन दिया गया। उन्होंने कहा गुरिल्लाओं की मांगें जायज हैं। सरकार ने उनकी मांगों को मानना चाहिए। वहीं शनिवार को धरने में लाल सिंह, हयात सिंह, शांति देवी, हीरा देवी, ईश्वरी देवी, दुर्गा देवी, दीवान सिंह, भगवत पांडे, सुनीता उप्रेती, प्रकाश चौधरी धरने पर बैठे।

मालूम हो कि प्रदेश में 19 हजार से अधिक एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयंसेवक हैं। जिनमें से 950 से अधिक गुरिल्ला सिर्फ चम्पावत जनपद के हैं और वही गुरिल्ला मांगें पूरी न होने पर 2024 लोकसभा चुनाव के बहिष्कार के धमकी भी दे चुके हैं। उनका कहना है इस बार लड़ाई सरकार से आरपार की है। वहीं धरना दे रहे गुरिल्लों ने 10 फरवरी को लोहाघाट में रैली निकालने का भी निर्णय लिया गया है।