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हल्द्वानी: अमित मौर्य हत्याकांड का खुलासा, घिनौनी मंशा का विरोध किया तो कर दी हत्या

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आभियुक्त को गिरफ्तार कर पुलिस ने गौशाला से बरामद किया सिर और हाथ

हल्द्वानी। हल्द्वानी के गौलापार में दस वर्षीय अमित मौर्य की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने आज शनिवार को इस मामले का खुलासा किया। अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद उसके गौशाला से मृतक अमित का सिर और हाथ बरामद कर लिया है। अभियुक्त ने बताया कि वह घिनौनी हरकत की मंशा से अमित को अपने साथ ले गया, विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस ने बताया कि 04/08/2025 को वादी खूबकरन मौर्य पुत्र बिहारी लाल निवासी जिला बरेली, हाल निवासी पश्चिमी खेड़ा गौलापार जनपद नैनीताल द्वारा अपने 10 वर्ष के पुत्र की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी, जिस पर थाना काठगोदाम में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। प्रकरण की विवेचना उपनिरीक्षक रविन्द्र सिंह राणा द्वारा प्रारंभ की गई, जिसमें आसपास के लोगों से पूछताछ एवं बालक की तलाश की जा रही थी। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र खुलासे हेतु अलग-अलग तीन सर्च टीम बनाई गईं। पांच अगस्त को अमित का शव मोहन चन्द्र जोशी के बाड़े में एक प्लास्टिक के कट्टे के अंदर दबा हुआ मिला। शव का सिर और दाहिना हाथ धड़ से कटा हुआ तथा गायब था।

एसएसपी नैनीताल के मार्गदर्शन में एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद, एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्रा, क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी नितिन लोहनी, क्षेत्राधिकारी भवाली प्रमोद शाह, क्षेत्राधिकारी रामनगर सुमित पांडे की सर्च टीम बालक के सिर और दाहिने हाथ की बरामदगी एवं अभियुक्तों की तलाश हेतु गठित की गईं। खोज के दौरान टीमों द्वारा आसपास के घरों में लगे सीसीटीवी कैमरों का गहन अवलोकन किया गया, साथ ही डॉग स्क्वॉड, ड्रोन कैमरा एवं एफएसएल टीम की सहायता ली गई तथा संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। चूंकि अभियुक्त शातिर किस्म का है, जो तांत्रिक क्रियाओं की ओर घटनाक्रम को मोड़कर पुलिस टीम को लगातार गुमराह करने का प्रयास करता रहा। आरोपी की मानसिक स्थिति में जटिलता एवं बार-बार गुमराह करने की प्रवृत्ति को देखते हुए, मामले में गहराई से पड़ताल हेतु मनोचिकित्सक डॉ. युवराज पंत की विशेषज्ञ सहायता ली गई।

एसएसपी मीणा ने खुलासे में बताया आरोपी पढ़ा लिखा तो नहीं था लेकिन शातिर था क्राइम करके कैसे बचाना है उसकी सारी मालूमात थी। आरोपी ने घिनौनी मंशा के चलते बच्चे को पहले अगवा किया और बाद में गला दबा के हत्या की सबूत मिटाने के उद्देश्य से बच्चे का सर और हाथ काट के अलग कर दिया।
जांच – एसएसपी प्रहलाद मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने गहन जांच शुरू की। सीसीटीवी, डॉग स्क्वॉड, ड्रोन, एफएसएल और मनोचिकित्सक डॉ. युवराज पंत की सहायता ली गई। आरोपी लगातार तांत्रिक क्रियाओं का हवाला देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा।

गिरफ्तारी व कबूलनामा – 9 अगस्त को आरोपी निखिल जोशी (38 वर्ष) से गहन पूछताछ के बाद उसने हत्या कबूल की। उसकी निशानदेही पर सिर, कटा हाथ और चप्पल बरामद हुए।

हत्या का कारण व तरीका – निखिल बालक को घिनौनी मंशा से ले गया। बालक के विरोध करने पर उसने उसका गला दबाकर हत्या कर दी। शव को छुपाने के लिए सिर और हाथ काटे तथा शव को बाड़े में दफन कर दिया।

पुरस्कार – सफल जांच के लिए आईजी कुमाऊँ ने पुलिस टीम को ₹5000 और एसएसपी नैनीताल ने ₹2500 के इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की। निखिल जोशी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है

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