हल्द्वानी : पुलिस ने किया ज्योति मेर हत्याकांड का खुलासा, दूसरे भाई से गलत संबंधों के शक में पहले भाई ने ले ली निर्दोष ज्योति की जान, जानें क्या है पूरा मामला…
हल्द्वानी। पुलिस ने योगा ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। मामले में पुलिस को करीब 18 दिन बाद सफलता मिली। पुलिस ने हत्याकांड के एक आरोपी अभय यदुवंशी को गिरफ्तार किया है। गत 03 अगस्त को दीपा मेर पत्नी प्रेम सिंह मेर निवासी हल्दुचौड़ तुलारामपुर थाना लालकुआं ने थाना मुखानी में तहरीर दी थी कि उनकी पुत्री ज्योति मेर पत्नी कमल सबलानी निवासी जोधपुर राजस्थान जो कि वर्तमान में जेके पुरम छोटी मुखानी में आशा पांडेय के में तीसरी मंजील में रहकर अजय योगा एंड फिटनेस सेन्टर, झटड़ स्कूल के पास मुखानी मे महिला योगा ट्रेनर की जॉब करती थी। उसकी हत्या कर दी गई है। उसने पुत्री की हत्या का शक सेन्टर के मालिक अजय यदुवंशी व उसके छोटे भाई अभय यदुवंशी (राजा) पर जताया। पुलिस ने धारा 103 (1)/3 (5) BNS के तहत अजय यदुवंशी व अभय यदुवंशी (राजा) निवासीगण गोल चौक वाल्मिकि नगर थाना वाल्मिकि नगर जिला पश्चिमी चम्पारण बिहार हाल पता अजय योगा एंड फिटनेस सेन्टर, इटड़ स्कूल के पास मुखानी थाना मुखानी जिला नैनीताल पंजीकृत किया गया।
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने घटना के कुशल अनावरण को लेकर अधीनस्थों को सख्त दिशा निर्देश दिए गए। एसपी क्राइम डॉ.जगदीश चंद्रा व एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद्र के पर्यवेक्षण में सीओ नितिन लोहनी के नेतृत्व में गठित टीमों द्वारा घटना के आस पास व घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करने पर पाया गया कि एक संदिग्ध व्यक्ति घटनास्थल से बाहर निकलता हुआ दिखाया दिया। जिसकी शिनाख्त अभय कुमार उर्फ राजा पुत्र अरूण कुमार यादव निवासी गोल चौक वाल्मिकि नगर थाना वाल्मिकि नगर जिला पश्चिमी चम्पारण बिहार उम्र 24 वर्ष हाल पत्ता अजय योगा एंड फिटनेस सेन्टर, झटड स्कूल के पास मुखानी थाना मुखानी के रूप में हुई जिसकी तलाश व सुरागरसी पतारसी / गिरफ्तारी हेतु टीमें अभियुक्त के मूल पते व लोकेशन के आधार पर नेपाल रवाना की गयी। टीमों द्वारा अथक प्रयासों से अभियुक्त को दिनांक 19.08.2025 को नगला तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त से पूछताछ करने पर बताया कि हल्द्वानी में चन्दन डायग्नोसिस के टाप फ्लोर में उसके बड़े भाई का अजय फिटनेस योगा सेन्टर नाम से एकेडमी है, जिसे अभियुक्त का बड़ा भाई अजय व अभय चलाते थे। योगा सेन्टर में मेनेजमेन्ट के सारे काम अभय देखता था। सेन्टर में ज्योति मेर भी काम करती थी। इसी दौरान ज्योति और अजय की बीच अवैध सम्बन्धों के चलते अजय ने अपने भाई अभय को खर्चा देना बंद कर दिया और उसको अपने घर से निकाल दिया। आक्रोश में आकर अभय ने ज्योति के कमरे में रखे उसके दुपट्टे से पीछे से जाकर गला दबाकर हत्या कर दी तथा हत्या करने के पश्चात अभय टैक्सी से बनबसा तथा वहां से नेपाल चला गया। एसएसपी ने घटना के अनावरण करने वाली टीम को ढाई हजार रुपये के ईनाम से पुरुस्कृत किया गया है। पुलिस टीम में उ०नि० दिनेश चन्द्र जोशी (थानाध्यक्ष / विवेचक), उ०नि० विरेन्द्र चन्द (थाना मुखानी), उ०नि० बिरेन्द्र सिंह बिष्ट (थाना मुखानी), उ०नि० नरेन्द्र कुमार (थाना मुखानी), उ०नि० हरजीत सिंह (थाना मुखानी), कानि० सुनील आगरी, रोहित कुमार, सुरेश देवडी, रविन्द्र खाती, बलवन्त सिंह, धीरज सुगड़ा, शंकर सिंह, कानि० राजेश, अरविन्द, अनूप तिवारी, प्रवीण सिंह, गंगा मठपाल शामिल रहे।
जतक
