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हरिद्वार शराब कांड: सात लोगों की मौत के बाद हरकत में आया प्रशासन, एसओ समेत चार पुलिस कर्मी व निरीक्षक समेत आबकारी विभाग के नौ कर्मचारी किए गए निलंबित

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पथरी क्षेत्र की शिवगढ़ ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान प्रत्याशियों की ओर से बांटी गई जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत हो गई। मरने वालों में पांच फूलगढ़ और दो शिवगढ़ के रहने वाले थे। दो ने शुक्रवार और पांच ने शनिवार को दम तोड़ा। शराब किन प्रत्याशियों ने बांटी थी, इसका पता अब तक नहीं चल पाया है। एसएसपी ने पथरी थानाध्यक्ष समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। एसएसपी ने थानाध्यक्ष पथरी रविंद्र कुमार, कॉन्स्टेबल राकेश नेगी, कॉन्स्टेबल संदीप और कॉन्स्टेबल पंकज कुमार को सस्पेंड किया है। पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में एएसपी रेखा यादव को प्रभारी, निरीक्षक पृथ्वी सिंह रावत को विवेचक और उप निरीक्षक मनोज नौटियाल सदस्य बनाया गया है। वहीं आबकारी आयुक्त हरि चंद्र सेमवाल ने इस मामले में निरीक्षक समेत सात आबकारी कर्मचारी भी निलंबित किए गए हैं।


दो दिन में सात ग्रामीणों के मौत की सूचना आसपास के गांवों में आग की तरफ फैल गई। किसी ग्रामीण ने इसकी सूचना पथरी थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। शनिवार सुबह प्रशासन, पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी गांव पहुंचे। चार लोगों के शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एसएसपी डॉ. योगेंद्र रावत ने कहा कि शनिवार को चार लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। इनमें से शराब पीने से दो की ही मौत हुई है। एक की बीमारी और एक की आपसी मारपीट के कारण जान गई। एक और व्यक्ति की मौत की जानकारी नहीं है। शुक्रवार को हुई दो ग्रामीणों की मौत की जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि उनके परिजनों ने पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी। एसएसपी ने बताया कि चारों लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो सके। इसलिए विसरा जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है। वहीं आबकारी विभाग ने इस कांड के चलते आबकारी निरीक्षक, उप आबकारी निरीक्षक, प्रधान आबकारी सिपाही व आबकारी सिपाही समेत नौ कर्मचारी निलंबित किए गए हैं।

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