चम्पावत में बाप बेटों ने मिलकर बीजेपी कार्यकर्ता को धुना, हल्द्वानी रेफर, पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज किया

चम्पावत। जिला मुख्यालय में सोमवार की सुबह व्यापारिक प्रतिद्वंदिता के चलते बड़ा बखेड़ा खड़ा हो गया। एक मिठाई के व्यापारी पर आरोप है कि उसने अपने बेटों व नौकरों के साथ मिल कर भाजपा नेता को दुकान में घुस कर धुन दिया। हमले में भाजपा नेता गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे हल्द्वानी रेफर किया गया है। घायल की ओर से मिठाई के व्यापारी और उसके दो पुत्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं मिठाई व्यापारी के पुत्र ने भी भाजपा नेता व उसके परिजनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

भाजपा नेता हेम चंद्र जोशी व उसके परिजनों का आरोप है कि सोमवार की सुबह मिठाई व्यापारी गिरीश तिवारी अपने बेटे हिमांशु तिवारी, अनिल तिवारी और दो तीन नौकरों के साथ रोडवेज बस स्टेशन में स्थित उसकी दुकान में घुसा और गाली गलौज करते हुए हेम जोशी पर हमला कर दिया। उन्होंने हेम की पिटाई कर उसे घायल कर दिया। हंगामा होता देख जब आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो हमलावर वहां से भाग निकले। यह भी आरोप है कि वे जाते जाते रोडवेज बस स्टेशन में स्थित दुकान को बंद नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दे गए।
मालूम हो कि रोडवेज परिसर में हेमंत जोशी ने रोडवेज की दुकान ठेके पर लेकर मिठाई की दुकान खोली है। गिरीश तिवारी की रोडवेज के गेट के बाहर दुकान है। सभी जानते हैं कि इनका मिठाई की बिक्री को लेकर आपसी विवाद है। विवाद की चर्चाएं अक्सर होती रहती हैं, लेकिन मारपीट तक मामला पहली बार पहुंचा है। कोतवाली पुलिस के मुताबिक हेम जोशी की ओर से गिरीश तिवारी, उनके बेटे हिमांशु तिवारी, अनिल तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं गिरीश तिवारी के पुत्र की ओर से दी गई तहरीर पर हेम जोशी, कुक्की जोशी व जगदीश जोशी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 504, 506 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।मामला आज दिनभर चर्चाओं में रहा।
बताया जा रहा है कि विवाद बढ़ने की वजह रोडवेज के गेट को बंद रखा जाना है। कहा जा रहा है कि रोडवेज के गेट को बंद किए जाने की वजह से रोडवेज बसों में सवारी कर रहे यात्री रोडवेज स्टेशन के बाहर नहीं निकल पाते हैं। जिससे रोडवेज स्टेशन से बाहर दुकान चलाने वालों की बिक्री प्रभावित होती है। अब देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या मामला निकल कर सामने आता है। गेट बंद करने को लेकर अब रोडवेज प्रशासन क्या कदम उठाता है।

