उत्तराखंड में यहां पर्यटकों की कार खाई में गिरी, सेल्फी के चक्कर में हलक में आई जान

रास्ते में एक खूबसूरत घाटी वाला स्थान देख पर्यटक गाड़ी रोक कर सेल्फी व फोटो लेने लगे। कार में हैंडब्रेक सही से नहीं लगा था। जैसे वह कार में बैठ कार धीरे धीरे चलने लगी और हादसा हो गया…

उत्तराखंड के मसूरी में राजपुर ट्रेक रूट पर एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में कार सवार 6 पर्यटक बाल-बाल बच गए। घटना का कारण सेल्फी लेने के दौरान की गई लापरवाही बताया जा रहा है। हादसे के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई, लेकिन समय रहते हुए रेस्क्यू टीमों ने स्थिति को संभाल लिया।
कार हादसे की सूचना पर राजपुर पुलिस, फायर सर्विस और एसडीआएफ की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया। जिसके तहत खाई में गिरे 6 लोगों को सकुशल निकाला गया। जिन्हें 108 एंबुलेंस के जरिए पास के अस्पताल में भेजा गया। जहां पर सभी का उपचार किया गया। जानकारी के मुताबिक, रविवार यानी 15 जून को दोपहर के समय रुड़की से आए 6 पर्यटक राजपुर-झड़ीपानी ट्रेक रूट की ओर बढ़ रहे थे। रास्ते में एक खूबसूरत घाटी वाला स्थान देख सभी लोग रुक गए। उन्होंने अपनी कार सड़क किनारे खड़ी कर दी और सेल्फी व फोटो लेने लगे।

चश्मदीदों के अनुसार, इस दौरान कार का चालक भी बाहर आ गया। बताया जा रहा वाहन का हैंडब्रेक ठीक से नहीं लगाया गया था। सेल्फी लेने के बाद जैसे ही सभी 6 लोग कार में बैठे, वैसे ही कार धीरे-धीरे सरकने लगी। देखते ही देखते खाई की ओर बढ़ गई। इससे पहले कि वो कुछ समझ पाते, तब तक कार करीब 100 फीट गहरी खाई में जा गिरी। गनीमत रही कि कार झाड़ियों में फंस गई। जिससे कार में बैठे सभी लोगों की जान बाल-बाल बच गई। जिन्हें अब रेस्क्यू कर लिया गया है। सीओ मसूरी मनोज असवाल ने बताया है कि कार में बैठे सभी 6 लोग सुरक्षित हैं। किसी को गंभीर चोट नहीं लगी है। सभी को प्राथमिक उपचार के लिए राजपुर स्थित स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है। इस ट्रेक रूट पर जल्द ही चेतावनी संकेत, बैरिकेड्स और सुरक्षा गार्ड की तैनाती की जाएगी। ताकि, इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।
वहीं, राजपुर प्रशासन और ट्रैफिक विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पर्यटकों से अपील की है कि वे ट्रेकिंग व ड्राइविंग के दौरान पूरी सावधानी बरतें। खासकर ऊंचाई वाले स्थानों या खतरनाक जगहों पर फोटो या सेल्फी लेने के लिए सुरक्षा नियमों का उल्लंघन न करें। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह ट्रेक रूट हाल ही में पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है, लेकिन सुरक्षा इंतजाम अब तक नाकाफी हैं। कई बार पहले भी वाहन सड़क किनारे से फिसलते देखे गए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से स्थायी इंतजाम नहीं किए गए।

