जूट बैग निर्माण और ऐपण कला आजीविका बढ़ाने में होगी सहायक
चम्पावत। यूकॉस्ट के संयुक्युत निदेशक डॉ.डीपी उनियाल ने कहा कि जूट बैग निर्माण और ऐपण कला आजीविका बढ़ाने में सहायक होगी। यहां हुई कार्यशाला में उन्होंने आजीविका बढ़ाने संबंधी जानकारी दी। चम्पावत एमईएस कैंप के पास रविवार को कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। जिसमें बताया गया कि रीड्स और निर्मला सोशल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसायटी पहले चरण में गैनोर्मा मशरूम का उत्पादन, जूट बैग निर्माण और ऐपण की कृतियां बनाने की जानकारी देगी। डीडीओ दिनेश सिंह दिगारी ने कहा कि कार्यशाला से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। डॉ. सेमवाल ने कहा की प्रौद्योगिकी के साथ सगंध पौधों की बेहतर खेती की जा सकती है। यूकॉस्ट के वैज्ञानिक डॉ. पीयूष जोशी ने बताया कि यूकॉस्ट वूमैन टेक्नालॉजी पार्क के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है। रीड्स संस्था की भावना गहतोड़ी ने फलों के पल्प से तैयार किए जा रहे उत्पादों की जानकारी दी। कार्यक्रम में संजीव भटनागर, देवेंद्र सिंह, मनीष आर्य, मास्टर ट्रेनर मोनिका बोहरा, रीड्स की ललिता बोहरा, कुसुम थ्वाल, एनआरएलएम की आशा सामंत, पूजा पुजारी, प्रेरणा अधिकारी, किरण पांडेय आदि मौजूद रहे।

