बाराकोट में लड़ीधुरा महोत्सव का शुभारंभ हुआ, कलश यात्रा के साथ झांकियां भी निकालीं
चम्पावत। बाराकोट में पांच दिवसीय लड़ीधुरा महोत्सव का शुभारंभ हो गया है। महिलाओं ने कलश यात्रा और स्कूली बच्चों ने झांकी निकाली। हिमाचल प्रदेश के नाटी नृत्य, मध्य प्रदेश के बधाई नृत्य, पिथौरागढ़ की हिलजात्रा, लखिया भूत की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। छोलिया नर्तकों ने शानदार प्रस्तुति दी। महोत्सव का मुख्य आकर्षण नौ अक्तूबर को बाराकोट, काकड़ और पमदा गांवों से निकलने वाली देव रथ यात्राएं होंगी।
बुधवार को लड़ीधुरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच अध्यक्ष नगेंद्र कुमार जोशी के दिशा निर्देशन में पांच दिनी महोत्सव का शुभारंभ हुआ। महोत्सव का आगाज विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने किया। बाराकोट के छतरी तिराहे से रामलीला मंच तक महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा में खोला सुनार, बाराकोट, फरतोला, काकड़, पम्दा, जिंडी, संतोला, धूरा आदि गांवों की महिलाओं ने हिस्सा लिया। अध्यक्ष ने बताया कि नौ अक्तूबर तक चलने वाले महोत्सव में विभिन्न शैक्षिक, खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी। इसके अलावा अन्य प्रदेशों से आने वाली टीम रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगी। कलश यात्रा के मंदिर में पहुंचने के बाद पुरोहित शिरोमणि जोशी ने धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए गए। कार्यक्रम में विजय नाथ गोस्वामी ने भंडारा लगाया। भंडारे में सैंकड़ों लोगों ने प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया।
महोत्सव में आज होंगे ये कार्यक्रम
लड़ीधूरा महोत्सव में आज शैक्षिक कार्यक्रम का उद्घाटन प्रातः 10:30 बजे मुख्य शिक्षा अधिकारी चम्पावत जितेंद्र सक्सेना करेंगे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में खंड शिक्षा अधिकारी भानु प्रताप कुशवाहा उपस्थित रहेंगे। दोपहर 2:30 बजे विद्यालयों के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सांयकाल 5:00 बजे से कक्षा 10 तक अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की डांस प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। सांस्कृतिक संध्या में आज मुख्य अतिथि सांसद अजय टम्टा होंगे। सांस्कृतिक संध्या में आज नवज्योति कला मंच देहरादून, लोक गायिका रेनू बाला, लोक गायक सुरेंद्र बाफिला तथा मध्य प्रदेश एवं हिमाचल के सांस्कृतिक दल अपनी प्रस्तुति देंगे।