उत्तरकाशी में बड़ा हादसा, पोकलैंड मशीन भागीरथी में गिरी, ऑपरेटर बहा


उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सोमवार को बड़ा हादसा हो गया। डबरानी में गंगोत्री नेशनल हाईवे पर मलबे को हटा रही पोकलैंड मशीन अचानक से भागीरथी में जा गिरी। हादसे के वक्त ऑपरेटर भी पोकलैंड मशीन पर ही मौजूद था, वो भी पोकलैंड मशीन पर के साथ भागीरथी में गिरकर बह गया। अभी तक ऑपरेटर का कुछ पता नहीं चल पाया है। पोकलैंड मशीन से डबरानी में सड़क बनाने का प्रयास किया जा रहा था।


दरअसल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बीती पांच अगस्त को भयकर आपदा थी। इस आपदा न सिर्फ धराली बाजार पूरी तरह से बर्बाद होकर मलबे में ढेर में दब गया था, बल्कि हर्षिल घाटी और अन्य जगहों पर भी काफी नुकसान पहुंचा था। भटवाड़ी के लेकर धराली के बीच कई जगह तो इस तरह के हालात बन गए है कि सड़कों का नामोनिशान तक मिट गया है।


डबरानी में भी गंगोत्री नेशनल हाईवे पांच अगस्त के बाद से ही बंद पड़ा हुआ है, जिसको खोलने के लिए लगातार प्रयास चल रहा है। सोमवार 11 अगस्त को डबरानी में इसी सड़क को बनाने का प्रयास करते हुए गंगोत्री नेशनल हाईवे पर मलबे को हटा रही पोकलैंड नीचे भागीरथी में जा गिरी। न केवल पोकलैंड मशीन बल्कि ऑपरेटर भी पोकलैंड मशीन के साथ भागीरथी में बह गया। जिसका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। फिलहाल दूसरी मशीनों को यहां मंगवा कर पहाड़ काटकर सड़क बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इस तरह की चुनौतियों काफी आ रही है।
बता दें कि प्रशासन और सरकार का प्रयास है कि गंगोत्री नेशनल हाईवे पर पूरी तरह से जल्द से जल्द आवाजाही लायक बनाया जाए, ताकि सड़क मार्ग से भी धराली और हर्षिल समेत आसपास के इलाकों में राहत पहुंचाई जा सके। फिलहाल हेलीकॉप्टर के जरिए ही धराली और हर्षिल में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है, उसमें भी कभी-कभी मौसम बड़ी चुनौती बनता है।
गौरतलब है कि धराली बाजार में पांच अगस्त को आई आपदा में फिलहाल 66 लोग लापता है, जिसका तलाश में भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएप और एसडीआरएफ की टीम लगी हुई। वहीं धराली में एनडीआरएफ के कंट्रोल रूम के साथ इंसीडेंट कमाण्ड पोस्ट स्थापित हो गई है। धराली के आपदा प्रभावित क्षेत्र को इंसीडेंट कमांडर द्वारा सेक्टर में बांट दिया गया है। सेक्टर-ए की जिम्मेदारी एनडीआरएफ, सेक्टर बी की जिम्मेदारी सेना, सेक्टर सी की जिम्मेदारी एसडीआरएफ और सेक्टर डी की जिम्मेदारी आईटीबीपी को सौंपी गई है। वहीं रोड सेक्टर की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी, बीआरओ और बीजीबी रुड़की को सौंपी गई है। इन्सीडेन्ट कमाण्डर ने सभी SAR Operation कमाण्डर्स व जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर सर्च एवं रेस्क्यू के लिए समेकित कार्य योजना पर कार्य प्रारंभ कर दिया है।





