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लोहाघाट : वायुरथ ने पांच गांव सुंई और बीस गांव बिशंग की परिक्रमा की, वल्सों से निकाली गई मां भगवती की रथ यात्रा

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लोहाघाट/चम्पावत। सुंई बिशंग के आषाढ़ी वायुरथ महोत्सव के अंतिम दिन मां भगवती की वायुरथ यात्रा निकली। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेकर मां का आशीर्वाद लिया। शनिवार को चारद्योली के आयुधों को देवडांगर आदित्य महादेव मंदिर में लाया गया। उन्हें हवन, यज्ञ के बाद दूध और जल से स्नान कराया गया। मंदिर में पूजा संपन्न होने के बाद देवडांगरों को अंगवस्त्र भेंट कर मां भगवती की गुप्त प्यौली को आदित्य महादेव मंदिर प्रांगण की परिक्रमा कराई गई।

वायुरथ को मंदिर से गलचौड़ा, पऊ, चनकांडे, डुंगरी से होते हुए द्यौलागढ़ में लाया गया। खैसकांडे होते हुए उख्खा कोट की दुर्गम पहाड़ी को पार करते हुए बीस गांव बिशुंग की परिक्रमा के लिए रथ निकला। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने मां भगवती की रथ यात्रा में अक्षत व पुष्प वर्षा की। बिशंग टाक में देव डांगरों ने स्नान किया। वायु रथ देर रात सुंई के आदित्य महादेव मंदिर पहुंचा। आरती के बाद मां भगवती मंदिर चौबेगांव की ओर ले जाया गया। समिति के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन चौबे ने आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी सहयोगियों का आभार जताया।

वल्सों से निकाली गई मां भगवती की रथ यात्रा

लोहाघाट/चम्पावत। रक्षाबंधन पर बाराकोट ब्लाॅक के वल्सों में तीन दिवसीय आषाढ़ी महोत्सव संपन्न हो गया। इस दौरान मां भगवती की रथ यात्रा निकली। शनिवार की सुबह से ही गांव के मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। देव डांगरों ने गद्दी लगाकर देव बाधा से पीड़ित लोगों के कष्टों का निवारण किया। लोगों ने देवी रथ को गांव के विभिन्न मार्गों से होते हुए गांव के भगवती मंदिर पहुंचाया। भगवती के देव डांगर माहेश्वरी देवी और नर सिंह देवता के डांगर कल्याण सिंह ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस दौरान मेला समिति अध्यक्ष अजय बिष्ट, योगेश सिंह, भूपाल सिंह, दिनेश चंद्र आर्या, दान सिंह, मान सिंह, रमेश सिंह, पीयूष रहे।

मां भगवती और मां महाकाली की रथ यात्रा निकाली

लोहाघाट/चम्पावत। चामी चौमेल में चल रहे आषाढ़ी महोत्सव के अंतिम दिन चामी गांव से मां भगवती और मां महाकाली की रथयात्रा निकाली गई। हजारों श्रद्धालुओं ने मां का आशीर्वाद लिया। देव डांगरों ने अवतरित होकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। शनिवार सुबह से ही चामी के भगवती मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई। दोपहर मंदिर से रस्सियों के सहारे खड़ी चढ़ाई पार करते हुए मां भगवती और मां महाकाली की रथ यात्रा देवी थान पहुंची। रथ यात्रा के पीछे महिलाएं मांगलिक गीत गाते हुए जयकारा लगा रही थीं। रथ यात्रा के मंदिर की परिक्रमा पूर्ण करने के बाद मंदिर परिसर में मेला लगा। महोत्सव समिति अध्यक्ष अशोक महर, प्रकाश महर, पूरन सिंह, संजय पाठक, भवान सिंह, नरेंद्र अधिकारी, महेश पाठक, लक्ष्मण सिंह, मोहित बोहरा ने सभी का स्वागत किया।

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