चंपावतजनपद चम्पावतधर्मनवीनतम

चम्पावत में 28 से होगा मां नंदा–सुनंदा महोत्सव, समिति का पुनर्गठन कर विजय वर्मा को सौंपी गई अध्यक्ष की जिम्मेदारी

ख़बर शेयर करें -

बैठक में इस वर्ष पहली बार इनामी कूपन विक्रय योजना लागू करने का भी लिया गया निर्णय

चम्पावत। मां नंदा–सुनंदा महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन इस वर्ष 28 अगस्त से 3 सितंबर 2025 तक धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक वैभव के साथ किया जाएगा।

आज रविवार को प्रातः 11 बजे समिति के अध्यक्ष शंकर दत्त पांडेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में महोत्सव की रूपरेखा तय की गई। जिसमें बताया कि 28 अगस्त को देव स्नान होगा। 29 को गणेश पूजन व कलश यात्रा के साथ स्कूली बच्चों की भव्य झांकी निकाली जाएगी। 30 अगस्त को विभिन्न पूजन के साथ कदली वृक्ष आमंत्रण, 31 अगस्त को प्रातः 6 बजे कदली वृक्ष आगमन, मां नंदा-सुनंदा प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा और मध्य रात्रि में विशेष पूजन , 1 सितंबर को मां नंदा-सुनंदा का विशेष पूजन , कन्या पूजन, 2 सितंबर को हवन यज्ञ व डोला यात्रा निकाली जाएगी। 3 सितंबर को भंडारे के साथ समापन होगा।

इस दौरान समिति अध्यक्ष शंकर पांडेय द्वारा समिति के पुनर्गठन का प्रस्ताव रखा गया। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्ष से समिति का संशोधन नहीं हुआ है। इसके पश्चात सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। देवीलाल वर्मा को मुख्य संरक्षक, विजय वर्मा को अध्यक्ष, विकास साह को उपाध्यक्ष, रवि पटवा को सचिव व रितेश राय को कोषाध्यक्ष चुना गया। बैठक में इस वर्ष पहली बार इनामी कूपन विक्रय योजना लागू करने का निर्णय लिया गया। कूपन की कीमत 100 निर्धारित की गई है। कूपन धारकों के लिए प्रथम पुरस्कार इलेक्ट्रिक स्कूटी, द्वितीय पुरस्कार वाशिंग मशीन, तृतीय पुरस्कार स्मार्ट टीवी, चतुर्थ पुरस्कार मोबाइल फोन, पंचम पुरस्कार म्यूजिक सिस्टम व षष्ठम पुरस्कार 10 इलेक्ट्रिक केटल रखी गई हैं।

बैठक में देवी लाल वर्मा, नारायण दत्त गड़कोटी, विजय वर्मा, नारायण दत्त गड़कोटी, शंकर दत्त पांडे, विकास शाह, रितेश राय, रवि पटवा, गौरव वर्मा, अशोक वर्मा, पवन गिरी, बसंत बल्लभ वर्मा, शंकर नाथ रावल, मुक्तेश वर्मा, अमित वर्मा, एडवोकेट गौरव पांडय, प्रकाश पटवा, आदित्य पांडे, मयूख चौधरी, शिवम पटवा, प्रखर वर्मा, मानस वर्मा, भानु प्रताप, तरुण वर्मा आदि मौजूद रहे। नई कार्यकारिणी ने संकल्प लिया कि माता रानी की कृपा और नगरवासियों के सहयोग से इस वर्ष का महोत्सव न केवल भव्य होगा, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए एक यादगार मिसाल भी बनेगा।

Ad