चंपावतजनपद चम्पावतनवीनतमसामाजिक

… न समाजै कि डर सब निर्भय है ग्यान, अच्यालौ क नानतिन सजाना है ग्यान

ख़बर शेयर करें -

साहित्य चेतना मंच चम्पावत ने आयोजित की काव्य गोष्ठी

चम्पावत। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक चेतना मंच चम्पावत की ओर से रविवार को कुर्मांचल एंग्लो संस्कृत विद्यालय चम्पावत में मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने जीवन, प्रेम और युवाओं को प्रेरित करने वाली कविताओं की प्रस्तुति दी।

असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कमलेश शक्टा की अध्यक्षता और डॉ. सतीश चंद्र पाण्डेय के संचालन में आयोजित काव्य गोष्ठी में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत शिक्षक डॉ. भुवन चंद्र जोशी ने कहा— स्नेह, प्रेम, संवेदन यह सब तार-तार अब दिखते हैं, आओ अंतःस्थल की बातें, कागज पर कुछ लिखते हैं…। प्रसिद्ध कवि भूपेंद्र देव ‘ताऊ’ ने कुमाऊनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि— ‘मेरो साथी आज यां बठे हरै गौ, कलवा नाम बठे कालीचरण बनि गौ…, डॉ. कमलेश शक्टा ने कहा— न समाजै कि डर सब निर्भय है ग्यान, अच्यालौ क नानतिन सजाना है ग्यान, डॉ. सतीश चंद्र पाण्डेय ने कहा — ओ युवा भारत के मेरे राम बन जा आज तू, खुद मिटा भीतर का रावण धर्म धनु ले हाथ तू…, गौरव बंसल ने कहा— युवाओं की भीड़ है आशा का सार है, पिथौरागढ़ की भूमि पर संघर्ष अपार है…, नितिन देऊ ने कहा— घर की कन्या लक्ष्मी बेटियां, बेटी को दो तुम वह अधिकार जिसे करें सारा जग स्वीकार…।

गोष्ठी में दिव्यांग दक्षता पुरस्कार 2024 प्राप्त करने पर कवि भूपेंद्र देव ‘ताऊ’ को शुभकामनाएं दी गईं। साथ ही राष्ट्रीय कुमाऊनी भाषा सम्मेलन चम्पावत के समस्त आय व्यय को पारित किया गया और सम्मेलन की सफलता पर साहित्य चेतना मंच से जुड़े समस्त रचनाकारों द्वारा सहयोगियों को धन्यवाद दिया गया। गोष्ठी में साहित्यिक चेतना मंच की ओर से जिले में अनेक राज्य स्तरीय ओर राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। गोष्ठी में नीरज जोशी, चेतना, फाल्गुनी, कमल आदि उपस्थित थे।