अब त्रिवेणी एक्सप्रेस का सफर होगा आरामदायक, पांच अक्तूबर से त्रिवेणी में लगेगा 22 एलएचबी कोच का रैक
उत्तराखंड के सीमांत जनपद चम्पावत के प्रमुख नगर व मां पूर्णागिरि की यात्रा के मुख्य पड़ाव टनकपुर से सिंगरौली और शक्तिनगर तक चलने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस में अब यात्री आधुनिक सुविधाओं से युक्त सुरक्षित कोच में आरामदायक सफर कर सकेंगे। इसके लिए रेलवे पांच अक्तूबर से त्रिवेणी एक्सप्रेस से आईसीएफ रैक (इंट्रीग्रल कोच फैक्ट्री) हटाकर जर्मन तकनीक के आधुनिक एलएचबी (लिंके हॉफनैन बुश) कोच लगाने जा रहा है। आधुनिक सुविधा से लैस इन कोच के साथ ही ट्रेन में एसी कोच की संख्या भी पांच से बढ़ाकर नौ की जा रही है।
सीमांत के अंतिम रेल हेड स्टेशन टनकपुर को ब्राॅडगेज से जोड़ने के बाद रेलवे ने 27 फरवरी 2019 को यहां से त्रिवेणी एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की, जो टनकपुर से सिंगरौली और शक्तिनगर तक जाती है। इस ट्रेन में आईसीएफ का रैक लगता है, लेकिन अब रेलवे इन रैक को बदलकर एलएचबी कोच का रैक लगाने जा रहा है। स्टेशन अधीक्षक केडी कापड़ी ने बताया है कि पांच अक्तूबर से त्रिवेणी में 22 एलएचबी कोच का रैक लगेगा। उन्होंने बताया है कि तेज गति की ट्रेनों में इस्तेमाल होने वाले इन कोच के लगने से ट्रेन की स्पीड बढ़ सकेगी। इसके साथ ही ज्यादा स्पेस होने से यात्री आराम से सीट पर बैठ और लेटकर सफर कर सकते हैं। दुर्घटना होने की संभावना कम रहती है। क्योंकि ये कोच पटरी से आसानी से नहीं उतरते।
सप्ताह में तीन दिन सिंगरौली और चार दिन शक्तिनगर जाती है त्रिवेणी
त्रिवेणी एक्सप्रेस टनकपुर से सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सप्ताह में तीन दिन सिंगरौली और रविवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार को सप्ताह में चार दिन शक्तिनगर जाती है।