बदचलनी के शक में पत्नी को हंसिये से काट डाला, नौ साल पहले हुई थी शादी, आरोपी ने बहन के घर के पास दिया वारदात को अंजाम
उधमसिंह नगर जिले के किच्छा में चीनी मिल के निकट एक कॉलोनी में बदचलनी के शक में एक पति ने अपनी बहन के घर पर धारदार हथियार से पत्नी की हत्या कर दी। बहन की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
किच्छा के रहने वाला अशोक कुमार पुत्र कन्हई लाल की नौ साल पहले महतोष गदरपुर निवासी सुखलाल की पुत्री पूनम से शादी हुई थी। अशोक ग्राम आजाद नगर में किराये के मकान में रहकर ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करता था। दंपति का एक बेटा व एक बेटी है। सीओ बहादुर सिंह चौहान ने बताया है कि पिछले कुछ वर्ष से आरोपी अशोक अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। इस बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद होता था। अशोक की बहन धनवती चीनी मिल के निकट बनी एक कॉलोनी में अपने पति तेजपाल व बच्चों के साथ रहती थी।
धनवती ने बताया कि चार पांच दिन पहले उसे अपने भाई अशोक व भाभी पूनम के बीच विवाद की खबर मिली तो वह दोनों को अपने घर ले आई थी। शनिवार दोपहर वह एक घर में झाड़ू-पोंछा करने गई थी। करीब दो बजे जब वह काम से लौटी तो उसका भाई घर के बाहर बैठा था, जबकि भाभी मृत अवस्था में लहूलुहान अंदर पड़ी थी। यह देख वह अपने फार्म स्वामी के यहां गई और घटना की जानकारी दी। फार्म स्वामी ने 112 पर सूचना दी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने अशोक को हिरासत में लिया। हत्याकांड की जानकारी मिलने पर फॉरेसिंक टीम के एसआई सत्य प्रकाश रयपा, नरेश गिरी व भूपेंद्र मर्तोलिया मौके पर पहुंचे। वहां टीम ने घटनास्थल से नमूने लिए और आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया।
मृतका की ननद धनवती ने बिलखते हुए बताया कि अगर वह घटना के समय घर पर होती तो यह हत्या नहीं होती। उसने बताया कि जब वह घर आई तो भाभी को मृत देख उसके होश उड़ गए। घटना की जानकारी मिलने पर एसएसआई विनोद जोशी, ओम प्रकाश नेगी, विजय कुमार, महिला एसआई नीलम मेहरा समेत तमाम पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया और घटनास्थल का निरीक्षण किया। एसएसआई ने बताया कि मृतका के गले पर वार किए गए हैं। मौके से हत्या में प्रयुक्त हंसिया बरामद कर लिया गया है। पूनम की हत्या की सूचना मिलने पर मां मुन्नी देवी बिलखती हुई अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ मौके पर पहुंची। मुन्नी देवी ने बताया कि पूनम एक महीने तक मायके में रही। चार पांच दिन पहले उसका दामाद अशोक ससुराल आया था और कहा कि स्कूल खुलने वाले हैं तुम घर चलो। जबकि पूनम आना नहीं चाहती थी।