टनकपुर में हुआ पैरा योगासन स्पोर्ट्स प्रतियोगिया का आयोजन
टनकपुर। योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की ओर से टनकपुर में पहला दो दिनी पैरा योगासन स्पोर्ट्स प्रतियोगिया का आयोजन किया। जिसमें राज्य के 50 प्रतियोगियों ने भाग लिया। स्वामी रामदेव महाराज एवं डॉ. एचआर नागेंद्र के सहयोग से एनवाईएसएफ (NYSF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदित सेठ एवं महासचिव डॉ. जयदीप आर्य के दिशा निर्देशन तथा पैरा के डायरेक्टर डॉ. नवदीप जोशी, एसिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. विक्रम सिंह, सेक्रेट्री डॉ. सुंनुदा राठी, कन्वीनर राम कुमार राठी, हेमन्त शर्मा जॉइन सेक्रेटरी टेक्निकल के मार्गदर्शन में योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड द्वारा पहला पैरा योगासन स्पोर्ट्स प्रतियोगिया का आयोजन 20 एवं 21 नवंबर 2021 को नवयोग केंद्र टनकपुर में किया गया। जिसमें राज्य के लगभग 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें से 21 प्रतिभागियों को अलग अलग आयुवर्ग में फाइनल राउंड के लिए चुना गया। अलग अलग दिव्यांग वर्गों में 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग में पारस आर्य, 14 से 18 में अंशुल चन्द, शिवेंद्र धोनी और गणेश पाल प्रथम रहे। 18 से 27 वर्ष में चंदन पांगती एवं आदित्य गुरुरानी प्रथम रहे। छात्राओं में 9 से 14 वर्ष में ज्योति मलकानी और 14 से 18 में रवीना बोरा प्रथम रहीं। इस मौके पर पैरा के डायरेक्टर डॉ. नवदीप जोशी ने कहा कि योगासन योग में जाने की पहली सीढ़ी है। इसके बाद ही व्यक्ति प्राणायाम व ध्यान के द्वारा जीवन में उन्नति प्राप्त कर सकता है।
इसी अवसर पर नवयोग सूर्योदय सेवा समिति एवं आयुष मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में नवयोग केन्द्र में जैविक खेती एवं प्राकृतिक अंतराष्ट्रीय सेमिनार ऑनलाईन एवं ऑफलाइन माध्यम से आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में लोकेश मुनि संस्थापक अहिंसा विश्व भारती मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि प्रकृति से जुड़ना ओर इसका उपयोग करना आवश्यक है। उन्होंने कहा नवयोग पद्धति पूरे विश्व में फैल रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा से जुड़ कर ही शान्ति प्राप्त की जा सकती है। नाद योगी नवदीप जोशी ने कहा प्राकृतिक चिकित्सा के लिए जैविक खेती की आवश्यकता है। जब आहार ही विष युक्त होगा तो बीमारियों का प्रभाव बढेगा। सेमीनार की अध्यक्षता डॉ. देवी दत्त जोशी ने की। आज सेमिनार में मदन महर, गोविन्द सामंत, दीपक पाठक, सतीश पांडेय, कैलाश थापियाल, मनोज, नरेंद्र सिंह लडवाल आदि समाजसेवियों ने भाग लिया।