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पिथौरागढ़ : लापता हुई महिला को उतारा गया था मौत के घाट, प्रेमी ही निकला हत्यारोपी

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पिथौरागढ़। जनपद के बेरीनाग क्षेत्र के राजस्व क्षेत्र कालासिला से सितंबर माह में लापता हुई महिला सुनीता देवी की गुत्थी सुलझ गई है। सुनीता देवी को मौत के घाट उतारने के बाद शव को नदी में फेंक दिया गया था। हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके प्रेमी ने अपने पिता, चाचा और ताऊ के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने प्रेमी समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है।

गत 16 सितंबर को बहादुर राम निवासी दडमेत कमदीना ने अपनी बहू सुनीता देवी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पटवारी क्षेत्र कालसिला में धारा 140 (3) बीएनएस बनाम अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 16 अक्टूबर को मामले की जांच रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर की गई। रेगुलर पुलिस की जांच में सामने आया कि गुमशुदा सुनीता देवी का विजय प्रसाद निवासी ग्राम किसमिला थाना कपकोट जिला बागेश्वर ने शादी करने के बहाने अपहरण किया था। इससे पहले भी आरोपी विजय, सुनीता देवी को बहला-फुसलाकर अपने साथ घुमाने ले गया था। इसी बीच विजय, सुनीता देवी को अपने घर भी ले गया था।

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पुलिस के मुताबिक, सुनीता देवी बार-बार प्रेमी विजय से मिलने चली जाती थी। कई बार सुनीता, विजय के घर भी पहुंची। पुलिस ने जब विजय और उनके परिजनों से पूछताछ की तो सामने आया कि उन्होंने ही गुमशुदा सुनीता देवी को अपने पिता, चाचा और ताऊ की मदद से रामगंगा नदी में फेंककर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार गंगवार के नेतृत्व में पुलिस ने जांच के क्रम में मुकदमे में धारा 87/140(1)/3(5) बीएनएस बढ़ाकर आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी की निशानदेही पर रामगंगा नदी से गुमशुदा सुनीता देवी का बैग, फोटो, एक स्वेटर और दुपट्टा बरामद किया गया। गुमशुदा महिला का शव अभी तक बरामद नहीं हो पाया है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में विजय प्रसाद पुत्र रमेश राम उम्र 22 वर्ष, रमेश राम पुत्र अनीराम उम्र 42 वर्ष, हरीश राम पुत्र करम राम उम्र 43 वर्ष और बलवंत राम उम्र 45 वर्ष शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।

16 साल के लड़के की संदिग्ध परिस्थिति में मौत…

नैनीताल के लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बिंदुखत्ता में 16 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सूचना पर मेडिकल चौकी पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमॉर्टम कर शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह विक्रम ने बहन के साथ नाश्ता किया और दोस्तों संग मोबाइल में गेम खेलने के लिए चला गया। घर लौटने के बाद उसकी तबियत बिगड़ने लगी। जिसकी जानकारी बेटी ने अपनी मां को दी। हालत बिगड़ती देख परिजन उसे पहले निजी अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों द्वारा उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया। जहां पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। अस्पताल की सूचना पर मेडिकल कॉलेज चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।