देशनवीनतम

आखिरकार मणिपुर पर बोले पीएम मोदी- ‘मेरा हृदय क्रोध, पीड़ा से भरा’, मानसून सत्र का हुआ आगाज

ख़बर शेयर करें -

संसद के मानसून सत्र का आज से आगाज हो रहा है। मणिपुर में जारी हिंसा के चलते मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। हिंसा के बीच मणिपुर से विचलित करने वाला एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया जा रहा है और गैंगरेप का भी आरोप है। इस वीडियो के सामने आने के बाद विपक्ष ने मणिपुर मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।

‘मेरा हृदय पीड़ा से भरा हुआ है। क्रोध से भरा हुआ है। मणिपुर की जो घटना सामने आई है, किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ भारतीयों की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि वे माताओं बहनों की रक्षा करने के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं। घटना चाहे राजस्थान की हो, चाहे छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो। हम वाद-विवाद से ऊपर उठकर इन्हें माता-बहनों की रक्षा में लगाएं। और मैं कहना चाहता हूं कि किसी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा।’

हमारी युवा पीढ़ी जो पूरी तरह डिजिटल वर्ल्ड के साथ नेतृत्व कर रही है, उसमें नेशनल रिसर्च फाउंडेशन यह बिल शिक्षा नीति के संदर्भ में बड़ा है। इसे अनुसंधान को बल देने के लिए लाया गया है, जिससे हमारी युवा पीढ़ी जो विश्व के नेतृत्व का सामर्थ्य रखती है, उसके लिए लेकर आए हैं। जनविश्वास बिल, सामान्य मानवी के प्रति भरोसा करना, अनेक । इसी प्रकार से जो पुराने कानून हैं, उन्हें खत्म करने के लिए इस बिल में प्रावधान किया जा रहा है। हमारे यहां प्रथा रही है कि जब विवाद हो तो उसे बातचीत से निपटाया जाए।

संसद की जो जिम्मेवारी है और संसद में हर सांसद की जो जिम्मेदारी है, ऐसे अनेक कानूनों पर विस्तार से चर्चा करना बहुत आवश्यक है। चर्चा जितनी ज्यादा होती है, जितनी ज्यादा पैनी होती है, उतनी जनहित में दूरगामी परिणाम देने वाले अच्छे निर्णय होते हैं। संसद में जो माननीय सांसद होते हैं वे जमीन से जुड़े होते हैं, जनता के दुख दर्द को समझने वाले होते हैं। इसलिए जब चर्चा होती है तो उनकी तरफ से विचार जमीन से जुड़े हुए आते हैं। इसलिए मैं सभी राजनीतिक दलों को सभी माननीय सांसदों को इस सत्र का भरपूर उपयोग करके जनहित के काम आगे बढ़ाने के लिए कहता हूं।

मानसून सत्र में आप सबका स्वागत है। सावन का पवित्र मास चल रहा है। डबल सावन है, इसलिए सावन की अवधि भी थोड़ी ज्यादा है और सावन मास पवित्र संकल्प के लिए पवित्र कार्यों के लिए बहुत अहम माना जाता है। लोकतंत्र के मंदिर में हम सावन के इस पवित्र समय में मिल रहे हैं तो संसद में पवित्र कार्य करने के लिए इससे उत्तम अवसर नहीं हो सकता। मुझे उम्मीद है सभी सांसद मिलकर इस सत्र का जनहित में सर्वाधिक उपयोग करेंगे।

मानसून सत्र में पेश किए जाएंगे 31 अध्यादेश
संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि मानसून सत्र के दौरान 31 अध्यादेश पेश किए जाएंगे, जिनमें डिजिटल पर्सनल प्रोटेक्शन बिल 2023, नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली (संशोधन) अध्यादेश, 2023 भी शामिल हैं। इससे पहले बुधवार को सरकार ने मानसून सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें 34 पार्टियों और 44 नेताओं ने शिरकत की। मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 17 बैठकें होंगी।

सरकार ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को आदेश दिया है कि वह दो मणिपुरी महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी का वीडियो शेयर ना करें। सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। वहीं विपक्ष सरकार से इस्तीफे की मांग कर रहा है।

मणिपुर मामले पर बैकफुट पर सरकार
मणिपुर से वायरल हो रही वीडियो के बाद केंद्र सरकार बैकफुट पर दिख रही है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने घटना को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा कि मणिपुर से सामने आई दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न की वीभत्स वीडियो निंदनीय है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से इस बारे में बात की है, जिन्होंने बताया कि घटना की जांच चल रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सीपीआई सांसद बिनॉय विसवम ने भी मणिपुर हिंसा के मामले पर चर्चा के लिए राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है। इस नोटिस के तहत राज्यसभा की दिन की अन्य कार्रवाई रोककर मणिपुर मामले पर प्राथमिकता से चर्चा की जाएगी।

कांग्रेस सांसद ने दिया स्थगन प्रस्ताव का नोटिस
मणिपुर में जारी हिंसा पर संसद में चर्चा के लिए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। किसी मुद्दे पर ध्यानकर्षण के लिए और जनहित से जुड़े मुद्दे पर तुरंत चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया जाता है। स्थगन प्रस्ताव पेश करने के लिए संसद के 50 सदस्यों का समर्थन जरूरी है।

विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इसके संकेत दिए हैं। राहुल गांधी ने बुधवार को किए ट्वीट में लिखा कि ‘मणिपुर पर प्रधानमंत्री की चुप्पी और कोई कार्रवाई ना करने से राज्य में अराजकता फैल रही है। मणिपुर में जब भारत के विचार पर हमला हो रहा है तो INDIA इस पर चुप नहीं रहेगा। हम मणिपुर के लोगों के साथ हैं और शांति ही इसका समाधान है।’