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बारिश का कहर # प्रशासन ने टनकपुर क्षेत्र में करीब चार हजार लोगों को कराया शिफ्ट

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टनकपुर। शारदा नदी के विकराल रूप को देखते हुए प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले करीब चार हजार लोगों को होटल और धर्मशालाओं में शिफ्ट कर दिया है। पुलिस की टीम भी शहर में पेट्रोलिंग कर नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील कर रहा है। • शारदा नदी का जलस्तर और पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश से लगातार बढ़ रहा है। बूम स्थित आदि • शक्ति घाट समेत तटबंध नदी में समा गए हैं। जबकि टनकपुर शारदा घाट पूरी तरह पानी में डूब चुका है। वार्ड 1 शारदा चुंगी पूरी तरह जलमग्न हो चुका है जहां लगभग सभी घरों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोगों के खाने-पीने का सामान भी पूरी तरह पानी में डूब गया है। प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाकर उनके खाने पीने की व्यवस्था कर रहा है। एसडीएम हिमाशुं कफल्टिया ने बताया कि अब तक करीब चार हजार से अधिक शारदा घाट पर इस तरह नदी के पानी से हजार लोगों को तटीय क्षेत्रों से रेस्क्यू कर पंचमुखी धर्मशाला, नंदा होटल, जीआईसी, जीजआईसी समेत अन्य क्षेत्र जलमग्न हो गए।

एसडीएम के आग्रह पर ले. जनरल ने भेजी सेना
टनकपुर एसडीएम हिमांशु कफल्टिया के एक बार आग्रह करने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल संकल्प राठौर ने दो सेना के वाहनों में जवानों को भेजकर राहत कार्य शुरू करवाया। एसडीएम ने सेना के जवानों का हौसला बढ़ाते हुए खुद राहत बचाव कार्य की मॉनिटरिंग की और मौके पर डटे रहे।

एसडीएम, तहसीलदार और कोतवाल ने संभाला मोर्चा
शारदा घाट में बाढ़ के कहर के बीच •प्रशासन और पुलिस की टीम ने एक ओर से मोर्चा संभाले रखा। एसडीएम हिमांशु कफल्टिया प्रभारी तहसीलदार पिकी आर्य और कोतवाल हरपाल सिंह ने टीम के साथ मिलकर राहत बचाव कार्य का जिम्मा संभाला। यहां घरों में कैद लोगों को प्रशासन ने सेना की मदद से शक्तिमान वाहन में भरकर राहत शिविरों में पहुंचाया। हालांकि क्षेत्रीय विधायक कैलाश गहतोड़ी और पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल के अलावा पालिका अध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा ने स्थिति को परखा।

प्रदेश मंत्री ने बाढ़ प्रभावितों के लिए मांगा मुआवजा
जिला पंचायत सदस्य और भाजपा की प्रदेश मंत्री किरन देवी ने एसडीएम हिमांशु कफल्टिया को पत्र भेज बाद प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। प्रदेश मंत्री ने कहा कि बीते दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण काश्तकारों के उपजाऊ भूमि पर भू कटाव के अलावा उनकी सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के साथ ही उन्हें उचित मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने मंगलवार को कई ग्रामीण इलाकों को निरीक्षण कर हालचाल जाना।

महाकाली नदी के उफान से 40 पर्यटक फंसे
भारी बारिश के चलते पंवेश्वर में उफनाई महाकाली नदी ने रौद्र रूप ले लिया है। जिससे वहां पर करीब 40 पर्यटक फंस गए हैं। फिलहाल प्रशासन और पुलिस ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। पवेश्वर में राफ्टिंग आदि का काम देखने वाले होशियार सिंह ने बताया कि दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदी किनारे लगे करीब 10 टेट महाकाली के तेज बहाव में बह गए हैं। वहीं राफ्टिंग समेत अन्य सारा सामान भी वह गया है। जिससे करीब 40 पर्यटको को खाने की भी दिक्कत हो गयी।

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