उत्तराखण्डजनपद चम्पावत

‘हेक द इनोवेशन फ्यूचर’ कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे चम्पावत के सौरभ जोशी, चार हजार युावओं में से चुने गए हैं 20 युवा

ख़बर शेयर करें -

चम्पावत। भारत और जापान के कूटनीतिक संबंधों के 70 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जापानी विदेश मंत्रालय व जापानी संगठनों द्वारा ‘हेक द इनोवेशन फ्यूचर‘ (Hack the Innovative Future) कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से जापानी विदेश मंत्रालय द्वारा विभिन्न पृष्ठभूमि के भारतीय और जापानी युवाओं को दोनों देशों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए 4000 से अधिक भारतीय युवाओं ने आवेदन किया था, जिनमें से भारतवर्ष के अग्रणी संस्थानों के 20 युवाओं का चयन किया गया। चयनित युवाओं में चम्पावत के सौरभ जोशी भी शामिल हैं। सौरभ वर्तमान समय में राजकीय महाविद्यालय लोहाघाट में एमएससी वनस्पति विज्ञान के छात्र हैं। सौरभ चम्पावत के कनलगांव में रहते हैं। उनके पिता सुरेश जोशी स्वजल में कार्यरत हैं। वे मूल रूप से रानीखेत के रहने वाले हैं और लंबे समय से चम्पावत में रह रहे हैं।
साथ ही वे चम्पावत के विज्ञानशाला स्टेम चैंपियंस का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। सौरभ चाय व मशरूम की विभिन्न प्रजातियों पर शोध कार्य भी कर रहे हैं तथा पिछले वर्ष से विज्ञानशाला स्टेम चैंपियन भी है। वे इस कार्यक्रम में चयनित होने का श्रेय विज्ञानशाला के सहयोग, मेंटरिंग व संस्थापक डॉ. दर्शना जोशी को देते हैं और जापानी युवाओं के साथ होने वाली इस यात्रा के लिए बहुत उत्साहित हैं। सभी चयनित युवा 16 सितम्बर से 24 सितम्बर तक 20 जापानी युवाओं के साथ दिल्ली से वाराणसी तक 900 किमी की यात्रा करेंगे। इस यात्रा के माध्यम से दोनों देशों की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को सुलझाने हेतु सृजनात्मक प्रोजेक्ट्स एकत्र किये जायेंगे तथा उच्चतम सामाजिक महत्व, आर्थिक प्रभाव व द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति लाने वाले प्रोजेक्ट को वाराणसी में पुरुष्कार दिया जायेगा तथा इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से वर्ष 2040 तक दोनों देशों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति बेहतर बनाने का प्रयास किया जायेगा। सौरभ जोशी ने बताया कि यात्रा के जरिये दोनों देशों की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को सुलझाने के लिए सृजनात्मक प्रोजेक्ट एकत्र किए जाएंगे। सामाजिक रूप से महत्वपूर्णए आर्थिक रूप से लाभप्रद और द्विपक्षीय संबंधों के लिए उपयोगी प्रोजेक्ट को वाराणसी में पुरस्कृत किया जाएगा। सौरभ चाय और मशरूम की विभिन्न प्रजातियों पर शोध कार्य कर रहे हैं। उन्होंने चयन का श्रेय विज्ञानशाला के संस्थापक डॉ. दर्शना जोशी को दिया है।