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उत्तराखंड के चोराबाड़ी ग्लेशियर से महाराष्ट्र के यात्री का शव बरामद, SDRF ने किया रेस्क्यू

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उत्तराखंड के केदारनाथ धाम से 6 किमी ऊपर चोराबाड़ी ग्लेशियर में महाराष्ट्र के एक यात्री की मौत हो गई। स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) ने शव होने की सूचना मिलने पर शव का रेस्क्यू किया गया। टीम ने शव का रेस्क्यू कर धाम स्थित स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से हेलीकॉप्टर की मदद से यात्री को जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया है।

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मामले के मुताबिक, 21 मई बुधवार को आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि बुधवार को चोराबाड़ी ग्लेशियर की ओर कुछ तीर्थ यात्री गए हुए थे। जिन्होंने स्थानीय पुलिस को एक यात्री के शव पड़े होने की सूचना दी। पुलिस ने यह सूचना एनडीआरएफ टीम कमांडर इंस्पेक्टर अमलेश सिंह को सूचना दी कि चोराबाड़ी ग्लेशियर में एक यात्री का शव पड़ा हुआ है, जिसका रेस्क्यू किया जाना है। टीम कमांडर के नेतृत्व में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और यात्रा मैनेजमेंट फोर्स की टीम चोराबाड़ी ग्लेशियर के लिए रवाना हुई।

करीब 6 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और 37 वर्षीय मनोज शत्रुघन नरहारे निवासी परमार कॉलोनी बस स्टेंड शेजारी परली, वैजीनाथ, बीड, महाराष्ट्र के शव को कैजुअल्टी बैग में रखकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केदारनाथ धाम पहुंचाया। यहां से शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया। व्यक्ति की पहचान जेब से मिले आधार कार्ड के जरिए हुई।

आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया है कि चोराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र वन विभाग के अंतर्गत आता है। क्षेत्र में जाने के लिए वन विभाग की अनुमति लेनी पड़ती है, जबकि महाराष्ट्र के व्यक्ति के पास अनुमति नहीं थी। साथ ही ये भी जानकारी जुटाई जा रही है कि व्यक्ति कब चोराबाड़ी ग्लेशियर गया था और मौत कब और कैसे हुई? फिलहाल शव के पोस्टमॉर्टम के बाद स्थिति का स्पष्ट पता चल पाएगा कि किन कारणों से यात्री की मौत हुई है।

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