उत्तरकाशी के सहस्त्रताल से बेंगलुरु के चार ट्रेकर्स के शव लेकर लौटी एसडीआरएफ, नौ की मौत, 13 सुरक्षित, तीसरे दिन हुआ पूरा हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन

देहरादून। उत्तरकाशी के सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर फंसे ट्रेकर्स के लिए चलाया गया रेस्क्यू अभियान तीसरे दिन पूरा हो गया है। आज गुरुवार को एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम चार ट्रेकर्स के शव लेकर भटवाड़ी पहुंची। जिन चार ट्रेकर्स के शव लेकर एसडीआरएफ की टीम भटवाड़ी पहुंची है, वो सब कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रहने वाले हैं।


सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर फंसे 9 ट्रेकर्स के शव आखिरकार आज एसडीआरएफ और वायु सेना की मदद से ढूंढ कर उत्तरकाशी पहुंचा दिए गये हैं। बुधवार को 5 बॉडी वायु सेना ने रिकवर कर ली थीं, लेकिन दोपहर बाद तेज बारिश और विजिबिलिटी कम होने की वजह से ऑपरेशन को रोक दिया गया था। हालांकि ग्राउंड पर रेस्क्यू टीम के सकुशल उतारने के बाद यह ऑपरेशन आज सुबह दोबारा शुरू हुआ। कुछ ही घंटों के भीतर बाकी चार शवों को ढूंढ लिया गया।

9 लोगों ने गंवाई जान, 13 लोग सुरक्षित रेस्क्यू
एसडीआरएफ ने इस ऑपरेशन की समाप्ति की बात कही है। 4 जून को इस हादसे का प्रशासन को पता लगा था और उसी दिन शाम से रेस्क्यू टीम रवाना कर दी गई थीं। 5 जून की सुबह से ही वायु सेवा के साथ मिलकर एसडीआरएफ ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। 5 जून को 5 शव और 11 सुरक्षित लोगों को बाहर निकाला था, लेकिन अभी भी तलाश उन लोगों की थी जो फंसे हुए थे। आज 4 शवों को भी निकाल लिया गया। एसडीआरएफ कमांडेंट ने बताया कि ये रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद विकट हालात में किया गया था। हमें जैसे ही सूचना मिली वैसे ही हमने रेस्क्यू के सभी प्रयास शुरू कर दिए थे। बुधवार को हमने 11 लोगों को सुरक्षित निकाला था। सुरक्षित निकाले गए लोगों में निम्न शामिल हैं।
सहस्त्रताल ट्रेक से सुरक्षित रेस्क्यू लोग
- जय प्रकाश वीएस उम्र- 61 वर्ष, निवासी गिरि नगर बेंगलुरु (वर्तमान में देहरादून में)
- भरत वी, उम्र-53 वर्ष, निवासी हम्पी नगर बेंगलुरु (वर्तमान में देहरादून में)
- अनिल भटा, उम्र-52, निवासी जोप नगर बेंगलुरु (वर्तमान में देहरादून में)
- मधु किरन रेड्डी, उम्र-52, निवासी बेंगलुरु (वर्तमान में देहरादून में)
- शीना लक्ष्मी, उम्र-48, निवासी केआर पुरम बेगलुरु (वर्तमान में देहरादून में)
- शौम्या के, उम्र-31 वर्ष, निवासी बेंगलुरु (वर्तमान में देहरादून में)
- शिवा ज्योति, उम्र-45, निवासी एचएसआर बेंगलुरु (वर्तमान में देहरादून में)
- स्मूर्ति प्रकाश डोलास, उम्र-45, निवासी पुणे, महाराष्ट्र (वर्तमान में देहरादून में)
- विनायक एमके, उम्र-47, निवासी प्रीस्टीज सिटी, बेंगलुरु (वर्तमान में भटवाड़ी में सुरक्षित)
- श्रीरामल्लु सुधाकर, उम्र-64, निवासी एसआरके नगर बेंगलुरु (वर्तमान में भटवाड़ी में सुरक्षित)
- विवेक श्रीधर, उम्र- 37 वर्ष, निवासी- बेंगलुरु

सहस्त्रताल ट्रेक के मृतकों के नाम
- आशा सुधाकर उम्र-71 वर्ष, निवासी बेंगलुरु
- सिन्धु, उम्र-45 वर्ष, निवासी बेंगलुरु
- सुजाता उम्र-51 वर्ष, निवासी बेंगलुरु
- विनायक, उम्र-54 वर्ष, निवासी बेंगलुरु, साउथ कर्नाटक
- चित्रा परिणीथ, उम्र-48 वर्ष, निवासी बेंगलुरु
- वेंकटेश, निवासी बेंगलुरु
- पदनाध कुण्डपुर कृष्णामूर्ति, निवासी बेंगलुरु
- अनीता रंगप्पा, निवासी बेंगलुरु
- पद्मिनी हेगड़े, निवासी बेंगलुरु
इन 9 में से चार ट्रेकर्स के शव आज रेस्क्यू किए गए
गुरुवार को रेस्क्यू किए गए लोगों का विवरण
- वेंकटेश, निवासी बेंगलुरु
- पद्नाध कुण्डपुर कृष्णामूर्ति, निवासी बेंगलुरु
- अनीता रंगप्पा, निवासी बेंगलुरु
- पद्मिनी हेगड़े, निवासी बेंगलुरु
ये लोग 29 मई से उत्तरकाशी के कठिन सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर गए थे। वहां कठिन परिस्थितियों में धुंध में रास्ता भटक गए थे। तीन दिन तक इन ट्रेकर्स के रेस्क्यू के लिए ऑपरेशन चलाया गया। वायुसेना के हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू अभियान में लगाए गए थे। ट्रेकिंग दल में 02 ट्रेकर्स और 2 स्थानीय लोग पोर्टर के रूप में शामिल थे। इनमें 19 कर्नाटक और 1 महाराष्ट्र के ट्रेकर थे।
सीएम धामी ने जताया दुख :- उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सहस्त्रताल ट्रेक हादसे पर दुख जताया है। उन्हें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- “सहस्त्रताल ट्रेक पर खराब मौसम के कारण हुए हादसे में 9 ट्रेकर्स की मृत्यु की खबर बेहद दुःखद है। प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 13 ट्रेकर्स को सुरक्षित बचा लिया है। अन्य लोगों को बचाने के लिए एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और वायुसेना की मदद से ऑपरेशन जारी है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें तथा शोक संतप्त परिवारों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें तथा फंसे हुए ट्रेकर्स की शीघ्र व सुरक्षित रिहाई की प्रार्थना करें।”

