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भारत-नेपाल सीमा में 240 नशीले इंजेक्शनों के साथ एसएसबी जवानों ने दो युवकों को किया गिरफ्तार

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टनकपुर/चम्पावत। 57वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल सितारगंज की सीमा चौकी टनकपुर को भारी सफलता मिली है। सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने प्रतिबंधित/गैर कानूनी दवाइयों की तस्करी मे शामिल दो युवकों को चेकिंग के दौरान बॉर्डर पर धर दबोचा।

अब सवाल यह उठता है आखिर इतनी बड़ी क्वांटिटी में यह नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन इन युवकों के पास कहां से उपलब्ध हुए, क्या बॉर्डर के आसपास भारतीय बाजारों से यह इंजेक्शन खरीदे गए थे। नशीली दवाइयों का कारोबार चोरी छिपे चरम सीमा पर संचालित हो रहा है। यह एक अहम सवाल है। फिलहाल सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने इन नशीली दवाइयों की तस्करी कर रहे दो युवकों को पकड़ कर बहुत बड़ी कामयाबी हासिल की है।

सशस्त्र सीमा बल के कमांडेंट मनोहर लाल के निर्देशन एवं निरीक्षक हरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में गुप्त सूचना के आधार पर चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत टनकपुर चेक पोस्ट पर जाँच की जा रही थी। इस दौरान भारत से नेपाल जाने की कोशिश कर रहे दो नेपाली नागरिक को, नशीले इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार कर लिया। नशीली प्रतिबंध दवाइयों की तस्करी में शामिल जेनिश चौधरी (28 वर्ष और ईश्वर दंगौरा 29 वर्ष) को रोका गया। जाँच के उपरांत उनके पास से प्रतिबंधित/गैर क़ानूनी दवाइयाँ पाई गईं, जिसे तुरंत जब्त कर लिया गया। दोनों युवकों के पास से BUPRENORPHINE के 110 तथा promethazine के 130 नशीले इंजेक्शन जब्त किए गए। दोनों को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए टनकपुर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया गया। टनकपुर कोतवाली में दोनों युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।

यह घटना सशस्त्र सीमा बल की सतर्कता और सीमा पर अवैध तस्करी के खिलाफ उनकी मुस्तैदी को दर्शाती है। पिछले कुछ दिनों में भी एसएसबी ने तस्करी के मामलों में कई महत्वपूर्ण सफलताएँ प्राप्त की हैं। यह सीमांत क्षेत्र के लिए अच्छा सन्देश है | वहीं मौके पर उप निरीक्षक अरुण कुमार, सहायक उप निरीक्षक मनोज कुमार, आरक्षी उमेश आदि मौजूद रहे |

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