टनकपुर : प्रोफेसर चौहान को हटाने के साथ ही स्पष्टीकरण तलब किया गया
टनकपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं के आमरण अनशन के बाद उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी हरकत में आए हैं। उच्च शिक्षा निेदेशायलय ने छात्र नेताओं की एक मांग को मानते हुए प्रोफेसर महेंद्र सिंह चौहान को टनकपुर महाविद्यालय से हटाने के साथ ही उनसे स्पष्टीकरण तबल किया है।
मालूम हो कि अभाविप के समीर सिंह, मनीष सिंह बिष्ट, सौरभ पाण्डेय पिछले चार दिनों से सात सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनके आंदोलन को अच्छा खासा समर्थन भी मिला। उपजिलाधिकारी आकाश जोशी ने महाविद्यालय में जाकर आंदोलनकारी छात्रों को समझाया और समस्या के समाधान के प्रयास किए। इस दौरान विद्यार्थियों के परीक्षाफल की त्रुटियों को ठीक करने के लिए जल्द ही महाविद्यालय की ओर से कार्मिक को भेजा जाएगा। साथ ही विश्विद्यालय से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक 15 दिन में महाविद्यालय की ओर से कर्मचारी भेजा जाएगा, इस संबंध में कमेटियों का भी गठन कर लिया गया है। वहीं शुक्रवार को अभाविप के विभाग सह संयोजक कुशाग्र वर्मा, प्रदेश सह मंत्री विवेक पुजारी भी धरना स्थल पर पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया।
शुक्रवार देर रात सीएम कैंप कार्यालय के नोडल अधिकारी केदार बृजवाल और महाविद्यालय की प्राचार्य अनुपमा तिवारी ने महाविद्यालय पहुंचकर आमरण अनशन पर बैठे छात्र नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने उनकी समस्या के निराकरण को लेकर सहमति दर्ज कराई। वहीं उनकी एक सूत्री मांग सीट की बढ़ोतरी के संबंध में आज 12:00 बजे सीएम और शिक्षा मंत्री से वार्ता करने की बात कही। छात्रों ने आज दोपहर में अनशन खत्म करने पर सहमति जताई है।