टनकपुर : सतीश चंद के परिजनों को 15 लाख मुआवजा देने की मांग, ग्रामीणों ने सीएम को ज्ञापन भेजा
टनकपुर। खटीमा रोड पर बिचई गांव के पास वाहन की चपेट में आने से ग्रामीण की मौत के मामले में अभी तक पीड़ित परिजनों को मुआवजा न मिलने से ग्रामीणों में भारी रोष है। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने पीड़ित परिजनों को शीघ्र मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
गुरुवार को जिला पंचायत सदस्य किरन देवी व बिचई की प्रधान पूनम चंद के नेतृत्व में ग्रामीण मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय पहुंचे और एसडीएम हिमांशु कफल्टिया को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि गत 16 अगस्त की रात बिचई निवासी 28 वर्षीय सतीश चन्द पुत्र कैलाश चन्द की गांव के पास ही वाहन की टक्कर से मौत हो गई। सतीश चंद गांव की दुकान से सामान लेने जा रहे थे। उसी समय सेल टैक्स ऑफिस के पास तेज गति से आए वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी और घसीटते हुए काफी दूर तक ले गया जिसमें सतीश चंद की मौत हो गई। सतीश चंद मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मृतक की एक 5 साल की बेटी है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस भी इस मामले में धीमी गति से काम कर रही है। उन्होंने सरकार से मृतक के परिवार को 15 लाख की मुआवजा देने की मांग की है। ग्रामीणों ने पीड़ित परिजनों को शीघ्र मुआवजा दिए जाने की पुरजोर वकालत की है। वहीं उन्होंने धीमी गति से चल रही पुलिस की जांच पर संदेश जताया है। साथ ही रसूखदार लोगों का पुलिस पर दबाव बनाए जाने की आशंका भी जताई है। एसडीएम ने महिलाओं को बताया कि पीड़ित परिवार की आर्थिक सहयोग दिए जाने को लेकर शासन को पत्र भेजा है। वहीं कोतवाल ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो रही है। जल्द चार्जशीट न्यायालय में पेश कर दी जाएगी। ज्ञापन देने वालों में मृतक की पत्नी ललिता चन्द, मीना चन्द, गीता मेहता, सुमन चन्द, पूनमचं चन्द, ललित चन्द, पूरन चन्द, मदन जोशी, मोहन चन्द सहित आदि लोग मौजूद रहे।
2 अक्टूबर से धरने पर बैठने की दी चेतावनी
वहीं टनकपुर वार्ड नंबर एक शारदा चुंगी निवासी मीना सागर ने परिजनों के साथ मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय पहुंच कर कार्यालय के प्रधान सहायक जीवन सिंह नेगी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पुत्री की मौत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर रोष जताया है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे 2 अक्टूबर से सीएम कैंप कार्यालय में धरने पर बैठ जाएंगी। ज्ञापन में आरोप लगाया है कि ससुरालियों के अत्याचार से उनकी पुत्री सुषमा की मृत्यु हुई है। जिसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई गई, लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस द्वारा अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई है।