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टनकपुर : मधुमक्खियों के हमले से घबराए अधेड़ की मौत, पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया, वन विभाग कर रहा मामले की जांच, थमने का नाम नहीं ले रहा मधुमक्खियों का आतंक

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टनकपुर। ईंट सप्लायर्स के यहां कार्य करने वाले एक अधेड़ पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे घबराए अधेड़ की मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।

आज शुक्रवार 15 नवंबर को पिथौरागढ़ चुंगी के पास एक ईंट सप्लायर्स के यहां कार्य कर रहे 51 वर्षीय नरेश चंद्र तिवारी पुत्र भोपाल दत्त तिवारी निवासी मनिहारगोठ पर मधुमक्खियों के झुंड ने अचानक हमला बोल दिया। घटना के समय वह पेड़ के नीचे बैठकर काम कर रहे थे। अचानक हुए मधुमक्खियों के हमले से उनकी चीख निकल गई और वह इधर-उधर भागने लगे। शोर सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे और उन्होंने नरेश तिवारी को उप जिला अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सक डॉ. जितेंद्र जोशी ने बताया कि अधेड़ व्यक्ति की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी। डॉक्टर के अनुसार शरीर में कहीं भी मधुमक्खियों का डंक नहीं था। बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

दरोगा नवल किशोर ने बताया कि ईंट सप्लायर्स के पास कई लोग बैठे हुए थे। इस दौरान एकाएक मधुमक्खियों के हमले से कुत्ता बुरी तरह से चीखने लगा। जिसके बाद मधुमक्खियों ने वहां बैठे तीन लोगों पर हमला कर दिया। जिसमें मृतक नरेश तिवारी के साथ माखनलाल पुत्र स्वर्गीय रामलाल निवासी पीलीभीत, मदन राम पुत्र जमन राम, निवासी देवल थल, पिथौरागढ़, देव सिंह पुत्र दान सिंह, निवासी सूखीढांग शामिल हैं। मृतक नरेश तिवारी अपने बचाव के लिए इधर-उधर भागने लगा और भागते-भागते गिर गया। मृतक के परिजनों ने बताया कि इससे पूर्व भी उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। उन्होंने आशंका जताई कि मधुमक्खियों के हमले से घबराकर दिल का दौरा पड़ गया हो। वन क्षेत्राधिकारी पूरन चंद्र जोशी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। नगर के विभिन्न स्थानों पर एक माह से अधिक समय से मधुमक्खियों का आतंक थमने को नाम नहीं ले रहा हैं। अब तक 30 से अधिक लोगों पर मधुमक्खियों के झुंड हमला कर चुको हैं। मृतक मूल रूप पिथौरागढ़ के भौड़ी गांव का रहने वाले थे। वहीं परिजनों ने बताया कि वह अपने पीछे पत्नी और एक पुत्र और पुत्री को छोड़ गए हैं। नरेश तिवारी का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह टनकपुर शारदा घाट में किया जाएगा।