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टनकपुर : किस्से कहानियों के माध्यम से बताई विज्ञान की बारीकियां

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टनकपुर। साहित्य अकादमी के युवा एवं बाल साहित्य पुरस्कार सहित कई राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय पुरुस्कारों से सम्मानित विज्ञान साहित्य के लेखक देवेन्द्र मेवाड़ी ने आज मंगलवार को एमडीएम एजुकेशनल एकेडमी टनकपुर मे बच्चों को आम भाषा में विज्ञान की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा विद्यार्थीयों को केवल सैद्धांधिक शिक्षा न देकर प्रयोगात्मक दृष्टि व् प्रकृति से जुड़ाव की शिक्षा प्रदान करानी चाहिए।
उन्होंने जैवविविधता, पर्यावरण को भूत व भविष्य से जोड़ते हुए उसमें हो रहे बदलाव को कथा वाचन के रूप मे बच्चों को बताया। जिससे विज्ञान से जुडी बातें भी बच्चों को सहज, सरल व् रोचक लगीं। बच्चों मे इतनी रुचि बढ़ी कि वे इसी तरह अन्य अनुभव को शेयर करने का जोर डालने लगे। बाद मे उन्होंने बच्चों की नई जिज्ञासाओं का समाधान मनोरंजन के रूप मे किया। बता दें कि किस्से कहानियों के माध्यम व् विज्ञान मे साहित्यिक पुट डालकर विज्ञान विषय को रोचक बनाने वाले श्री मेवाड़ी युवा एवं बाल साहित्य के लिए साहित्य अकादमी सहित कई राष्ट्रीय व् अन्तराष्ट्रीय पुरुस्कारों से सम्मानित किया जा चुके हैं। उनका अपनी माटी के प्रति विशेष लगाव है व वे स्थानीय पर्यावरण आदि से जुडी कई रचनात्मक व् रोचक पुस्तकें लिख चुके हैं। साथ ही वे देश के विभीन भागों मे स्थित स्कूलों मे जाकर बच्चों को विज्ञान की बारीकियों से अवगत कराते हैं। जिसमें साहित्यिक पुट डालकर इसे रोचक बनाते हैं। एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने भी बच्चों को जानकारियां दीं व कहा की सही मायने मे आज विद्याथियों को किताबी ज्ञान के इतर भी नई चीजों को सोचने समझने के लिए प्रेरित करना चाहिए।


उन्होंने मेवाड़ी को पर्वतीय अंचल में वैज्ञानिक सोच व वैज्ञानिक विचारधारा की अलख जगाने वाला बताया व उनके अपनी मातृभूमि के लिए प्रेम की सराहना की। घुघूति बासूति के सम्पादक व रचनाकार हेम पन्त ने भी अपनी बातें रखीं व कहा इसी नाम से छपने वाली यह पुस्तक उत्तराखंड के पारम्परिक बालगीत आदि का संकलन करती है। उन्होंने व्यवहारिक शिक्षा के प्रोत्साहन पर जोर दिया। कहा कि उत्तराखंड राज्य के बच्चों खासकर प्राथमिक कक्षाओं मे स्थानीय लोकभाषा को प्राथमिकता मिलनी चाहिए तथा परम्परागत बालगीत आदि को स्कूली गतिविधियों का हिस्सा बनाना चाहिए। इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्या सुनीता चंद, प्रबंधक धर्मेन्द्र चंद, कमलेश यादव, ऋतू देउपा, आशा चंद, गायत्री तिवारी, सोनम रावत, अंजू चंद, मेघा तिवारी, पूजा जोशी, तारा पडियार, भावना चंद, सुनील खर्कवाल, हरीश कुमार, अनिता चौहान, भारती पाण्डेय, कृष्णा गुप्ता, शांति कलोनी, रचना चौबे, स्नेहा कोहली, शिवानी सिंह, दीक्षा मुरारी आदि मौजूद रहीं।