सत्ता का अहंकार जनता के संघर्ष के सामने झुका, लोकतंत्र की हुई जीत : हरीश रावत
किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए जहां तीनों काले कानून रद्द करने का फैसला लिया है और आगामी संसद सत्र में इसको लेकर फैसला ले लिया जाएगा लेकिन विपक्ष लगातार सवाल खड़े कर रहा है उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इस फैसले के बाद बयान दिया है। उनके अनुसार अहंकार से चूर सत्ता द्वारा 3 काले कानून जो किसानों का गला घोंट रहे थे उनको वापस लिया गया है। ये किसान भाइयों की संघर्ष की जीत है, उन एक हजार के करीब शहीदों की जीत है जिन्होंने अपने प्राण उत्सर्ग कर दिए ताकि उनको विजय हासिल हो सके। इस अभूतपूर्व विजय के लिए मैं किसानों को बधाई देता हूंँ और लोकतंत्र की भी विजय मानता हूंँ क्योंकि सत्ता का अहंकार जनता के संघर्ष के सामने झुका है।
“जय हिंद-जय किसान”