चम्पावत नगर के समग्र विकास की कवायद शुरू, शहरी विकास निवेश एजेंसी के इंजीनियरों व वैज्ञानिकों ने किया नगर क्षेत्र का भ्रमण
उत्तराखंड शहरी विकास निवेश एजेंसी के इंजीनियरों और वैज्ञानिकों ने चम्पावत नगर का भ्रमण किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के 16 शहरों को शहरी विकास के तहत चुना गया है, जिनमें चम्पावत और टनकपुर भी हैं। प्रथम चरण में दोनों शहरों में लोगों को साफ स्वच्छ और 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने के लिए 150 करोड़ की लागत से योजना की रूपरेखा बनाई जा रही है। योजना के तहत 80 प्रतिशत अंश केंद्र सरकार देती है तथा 20 प्रतिशत अंश राज्य सरकार का होता है। उन्होंने बताया कि यह योजना चम्पावत नगर के लिए 94 किलोमीटर की पेयजल योजना होगी। चम्पावत नगर में इसके लिए 5 जोन तथा 15 डीएमए बनाए जाएंगे।
यूयूएसडीए के कार्यक्रम निदेशक अधिशासी अभियंता विनय मिश्रा ने बनाया की चम्पावत नगर को हर दृष्टि से विकसित किया जाएगा जिसमें पेजल, सीवर, सड़क, कूड़ा निस्तारण आदि की उचित व्यवस्था होगी इसमें प्रथम चरण में नगर में 20,000 से अधिक की आबादी को 15 साल के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए योजना तैयार की जा रही है। यहां सर्वे के लिए टाटा कंसलटिंग एजेंसी, एडीबी आदि के इंजीनियर और वैज्ञानिक पहुंचे। चम्पावत के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया और यहां के वरिष्ठ जनों से नगर के सुनियोजित विकास के लिए चर्चा की। जिसमें काशीनाथ हलधर, फिलिपिंस के सीनियर अर्बन एक्सपर्ट नियोकीम, पेड्रो अल्वेरिया, एडीबी से सारस्वती देवी, जेके सिंह, राजेश बहुगुणा, सुरेश खंडूरी, संजय तिवारी, युद्धवीर सिंह, दिनेश आर्य, पंकज तिवारी शामिल रहे। साथ ही स्मार्ट सिटी की योजना हेतु बेस लाइन हाउस होल्ड सर्वे करने वाली जिले की रूरल एनवायरमेंटल एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसायटी रीड्स के सचिव गिरिजा किशोर उप्रेती भी उपस्थित रहे और किए गए सर्वे की रिपोर्ट से टीम को अवगत कराया।