नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले इस अभियुक्त की संपत्ति होगी जब्त, गैंगस्टर रितेश के बैंक खाते किए सीज

हल्द्वानी। सरकारी नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गैंगस्टर रितेश पांडेय पर कुमाऊं पुलिस का शिकंजा तेजी से कस रहा है। डीजी और डीआईजी की संतुति पर मामले की जांच एसटीएफ के हवाले कर दी गई है। फिलहाल पुलिस ने गैंगस्टर रितेश के बैंक खातों को सीज कर दिया है, जबकि संपत्ति को जब्त करने की तैयारी की जा रही है।
हल्द्वानी जेल रोड निवासी रितेश पर नैनीताल, उधमसिंहनगर, अल्मोड़ा और बागेश्वर के युवाओं से नौकरी के नाम पर करीब दस करोड़ रुपये ठगने का आरोप है। आरोपों के आधार पर रितेश के खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। नैनीताल पुलिस आरोपी पर 2500 का इनाम घोषित कर गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई कर चुकी है। नैनीताल पुलिस रितेश को बीते पांच माह से तलाश रही थी। इस बीच कुछ दिन पूर्व ही अल्मोड़ा पुलिस गैंगस्टर रितेश को गिरफ्तार किया है। इस बार भी रितेश पुलिस के शिकंजे से न छूट पाए इसके लिए पुलिस की ओर से रितेश को चारों ओर से घेरने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने रितेश के झांसे में आए लोगों से आगे आकर शिकायत करने की अपील की है। इसके लिए पुलिस की ओर से 9411110057 नंबर जारी किया गया, जिससे रितेश पर कानूनी पकड़ और मजबूत की जाए।

युवाओं नौकरी का झांसा देकर ठगी करने के आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं। संपत्ति जब्त करने की तैयारी चल रही है। मामले की जांच एसटीएफ से कराने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ. नीलेश आनंद भरणे, डीआईजी कुमाऊं
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने विधानसभा, सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने से सम्बन्धित अभियुक्त रितेश पाण्डे के विरूद्ध जनपद ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा तथा बागेश्वर में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना एसटीएफ की कुमाऊँ यूनिट को स्थानान्तरित करने और अभियुक्त की अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति को जब्त करने के आदेश पारित किये गये हैं।

