गंगा में डूबा युवक, साथियों को हत्या के नाम पर धमकाया और एडीजी लॉ एंड आर्डर के नाम पर मांगे छह लाख
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हरिद्वार में घूमने आए युवकों का साथी गंगा में डूबा तो उन्हें ही मुकदमे में फंसाने के नाम पर डराया गया। इन युवकों की गलती इतनी थी कि वे घटना से डरे हुए थे और उन्होंने साथी के गंगा में डूबने की सूचना किसी को नहीं दी। इसका फायदा उठाते हुए कुछ लोगों ने उनसे वसूली का प्रयास किया। मामले को रफा दफा करने के लिए उत्तराखंड के एडीजी ला एंड आर्डर के नाम पर छह लाख रुपये की मांग कर दी। यही नहीं तीन युवकों ने उन्हें 12-12 हजार रुपये भी दिए, तब जाकर उन्हें हरिद्वार से जाने दिया गया। इस मामले में हरिद्वार शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली के रजोकोरी गांव निवासी चार युवक 12 अगस्त को गंगा दर्शन के लिए हरिद्वार आए थे। यहां बंसीराम नामक युवक गंगा में डूब गया। बंसीराम के तीनों दोस्त पुलिस को सूचना देने के बजाय घबराकर घर लौट गए। डर के चलते उन्होंने बंसीराम के परिवार को भी कुछ नहीं बताया। अगले दिन बंसीराम का शव मिलने पर हादसे का पता चला था। युवक के परिवार ने उसके दोस्तों पर हत्या का शक जताया, लेकिन हरिद्वार आने पर पुलिस ने उन्हें सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाई तो उनकी शंका दूर हो गई थी। इस मामले में तीनों दोस्तों के एक परिचित बृजेश ने पुलिस की क्लीन चिट का फायदा उठाने के लिए साजिश रची।
आरोप है कि उन्हें डराया गया और कहा गया कि पुलिस को पैसे देकर ही मामला रफा-दफा होगा। उन्हें हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र में बैंकुठ धाम आश्रम बुलाकर पैसे की मांग की। पैसे मांगने वालों में बृजेश व उसके साथी राजकुमार और उर्मिला ने उन्हें बताया कि एडीजी ला एंड आर्डर नीलेश आनंद भरणे के हस्तक्षेप पर उन्हें बचाया जा रहा है, लेकिन इसके लिए उन्हें साढ़े छह लाख रुपये देने होंगे। उस वक्त तीनों से 12-12 हजार रुपये लेकर गजेंद्र नामक युवक को देते हुए उन्हें दिल्ली जाने दिया गया।
बताया गया कि दिल्ली जाकर इनमें से एक युवक महेंद्र को शक हुआ और उसने हरिद्वार आकर पूरी कहानी शहर कोतवाल अमरजीत सिंह को बताई। पुलिस ने आरोपित बृजेश, उर्मिला और राजकुमार निवासी रजोकोरी, दिल्ली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।
उधर, बंसीराम के परिवार ने हादसे को अपना दुर्भाग्य माना। बंसीराम के परिवार को इसकी भनक तक नहीं लगी और उनकी तरफ से कार्रवाई का डर दिखाकर साढ़े छह लाख रुपये की मांग कर डाली। पुलिस के मुताबिक आरोपी बृजेश और उर्मिला आपस में रिश्तेदार है। मामले में जयप्रकाश, गजेंद्र के नाम भी सामने आए हैं, वह कौन हैं और कहां रहते हैं, श्यामपुर क्षेत्र से उनका क्या कनेक्शन है, इस बारे में छानबीन की जा रही है।
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