लधियाघाटी क्षेत्र के रमक सूर्य खष्टी मेले में नहीं होंगीं प्रतियोगिताएं
चम्पावत। लधियाघाटी क्षेत्र के ग्राम पंचायत रमक में हर साल सूर्य खष्टी पर एक दिन का होने वाला सूर्य खष्टी (साठी) मेला इस बार कोरोना के चलते नहीं होगा। गुरुवार को अध्यक्ष मंगल जोशी की अध्यक्षता में हुई मंदिर समिति की बैठक में कहा गया कि मेले में सांस्कृतिक, कारोबारी और अन्य कार्यक्रम नहीं होंगे। धार्मिक रस्मों को परंपरा को निभाने के लिए सिर्फ सांकेतिक रूप से किया जाएगा। तय किया गया कि ये पूरा कार्यक्रम सिर्फ सांकेतिक रूप से होगा। 12 सितंबर को निकलने वाले डोले में सिर्फ पुजारी, डंगरियों सहित कुछ ही लोग शामिल रहेंगे। 11 सितंबर को मंदिर परिसर में रात्रि जागरण की रस्म भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ निभाई जाएगी। बाहर से आने वाले कारोबारियों पर भी प्रतिबंध रहेगा। बता दें कि रमक के इस मेले से लधियाघाटी क्षेत्र के रमक, ढोलीगांव, भुम्वाड़ी, करौली, भिंगराड़ा, गड्यूड़ा, खरही, मडयोली, बालातड़ी, रीठा साहिब, कुलयालगांव, परेवा, पोखरी, बिरगुल, गोली, साल-टांण, मछियाड़ सहित दो दर्जन गांव जुड़े हैं। बैठक में प्रधान सुनीता जोशी, उपाध्यक्ष नीलाम्बर दत्त, सचिव जानकी प्रसाद, भोला सिंह बोहरा, गिरीश चन्द्र, प्रकाश चन्द्र, बसंत बल्लभ, मथुरा दत्त, चंद्रशेखर जोशी, उमेश चंद्र आदि शामिल रहे।