वनाग्नि बुझाने के प्रयास में पिता पुत्र समेत तीन झुलसे

चम्पावत/पिथौरागढ़। प्रदेश के जंगल लगातार धधक रहे हैं। कई जगहों पर आग विकराल रूप ले रही है। वन विभाग भी लोगों को लगातार जागरूक कर रहा है। साथ ही आग बुझाने के प्रयासों में जुटा है। कई जगह आग आबादी की ओर आ जा रही है। इस पर ग्रामीणों को खुद ही आग बुझानी पड़ रही है। ऐसे में वे स्वयं भी आग की चपेट में आकर झुलस जा रहे हैं।
पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट तहसील के दूरस्थ क्षेत्र सुरखाल गांव में मंगलवार देर शाम जंगल की आग खेतों से घर तक पहुंचने लगी। आग बुझाने के दौरान दो लोग झुलस गए। सूरखाल गांव में आग जंगल की आग खेतों से होते हुए घर तक पहुंच गई। इस आग को बुझाने के लिए पूरन सिंह का 13 वर्षीय बेटा रोहित सिंह पहुंचा। रोहित ये कोशिश करने लगा कि घर के पास आग न पहुंचे। आग को बुझाने के दौरान वह झुलस गया। इसी दौरान बेटे को बचाने के लिए पूरन सिंह भी दौड़ पड़ा। वह भी आग से झुलस गया। उन्हें परिजन सीएचसी गंगोलीहाट लेकर गये। सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ भेज दिया है। बेटे के मुंह, हाथ, पैर और पेट का हिस्सा झुलस गया है। पिता का हाथ झुलसा हुआ है। घटना जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम गांव में पहुंची और आग बुझायी। वन क्षेत्राधिकारी गंगोलीहाट चंदा मेहरा ने बताया है कि आग से बच्चे के झुलसने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाई। आग जंगलों से नहीं नाप खेतों में लगी हुई थी। घटना की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कारवाई की जायेगी।


चम्पावत। मकान तक पहुंची जंगल की आग बुझाने के प्रयास में एक ग्रामीण झुलस गया। उसे आनन फानन में इलाज के लिए अमोड़ी लाया गया। इलाज के बाद ग्रामीण की हालत में सुधार है। चम्पावत से 38 किलोमीटर दूर लड़ाबोरा गांव के जंगल में लगी आग बुधवार को आबादी वाले क्षेत्र तक पहुंच गई। मकान को बचाने के लिए गांव के कई लोग आग बुझाने जुट गए। इसी दौरान दशरथ सिंह (34) निवासी लड़ाबोरा के पांव व कई हिस्से आग की चपेट में आ गए। आग से झुलसे दशरथ को लड़ाबोरा गांव से नौ किलोमीटर दूर अमोड़ी के एक निजी क्लीनिक ले जाया गया। भगवान सिंह ने बताया है कि भाई दशरथ की स्थिति में सुधार है।

