तीलू रौतेली पुरस्कार: मुख्यमंत्री धामी ने 13 महिलाओं को किया सम्मानित, कहा-राज्य क्रांति का वाहक बन रही मातृ शक्ति
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बार राज्य का कोई ऐसा जनपद नहीं बचा जो आपदा प्रभावित न हो। केंद्र की मदद से प्रशासन ग्राउंड जीरो पर लगातार काम कर रहा है। यह चुनौती हर साल राज्य के सामने आती है फिर भी हमें विश्वास है कि हम आने वाले समय में देश के शीर्ष राज्यों में शामिल होंगे। इसमें हमारी मातृ शक्ति का सबसे बड़ा योगदान होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं राज्य क्रांति का नया वाहक बन रही हैं। आईआरडीटी सभागार में बृहस्पतिवार को आयोजित तीलू रौतेली पुरस्कार समारोह में सीएम धामी और कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने प्रदेशभर की 13 महिलाओं को खेल, समाजसेवा, साहित्य और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तीलू रौतेली पुरस्कार से पुरस्कृत किया। इस दौरान 33 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। सीएम ने राज्य की सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 30 फीसदी आरक्षण और उनके अधिकार सुरक्षित रखने के लिए समान नागरिक संहिता जैसे महत्वपूर्ण कदमों का जिक्र किया। वहीं, मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि 1661 के दौर में वीरांगना तीलू रौतेली ने जो उपलब्धियां हासिल की थीं वह आज भी प्रेरणादायक हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार महिला सशक्तीकरण की दिशा में काम कर रही है। सरकार ने तीलू पुरस्कार की राशि को तीन बार बढ़ाकर 11 हजार से 51 हजार रुपये किया है। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय भी बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना में भी यह सुनिश्चित किया गया है कि महिला खिलाड़ियों को पुरुषों के बराबर सहायता राशि मिले। कार्यक्रम में राजपुर विधायक खजानदास, विभागीय सचिव चंद्रेश कुमार और विभागीय निदेशक बंसीलाल राणा समेत कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
सीएम धामी ने बिहार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी पर विपक्ष को घेरा। उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं से कहा कि उन्हें जब भी विपक्षी कार्यकर्ता मिलें तो उनसे सवाल करना चाहिए कि क्या उन्हें मोदी की माता का अपमान करने का पछतावा है।

इन्हें मिला तीलू रौतेली पुरस्कार 2024-25
- मीता उपाध्याय (बागेश्वर) – सामाजिक क्षेत्र
- अलीशा मनराल (चमोली) – खेल
- सुरभि (चम्पावत) – साहित्य
- अनामिका बिष्ट (चम्पावत) – खेल
- शिवानी गुप्ता (देहरादून) – खेल, समाजसेवा
- रूमा देवी (हरिद्वार) – खेल
- नैना (नैनीताल) – खेल
- रोशमा देवी (पौड़ी गढ़वाल) – सामाजिक क्षेत्र
- रेखा भट्ट (पिथौरागढ़) – सामाजिक क्षेत्र
- हेमा नेगी करासी (रुद्रप्रयाग) – लोक गायन
- साक्षी चौहान (टिहरी गढ़वाल) – खेल
- रेखा (ऊधमसिंह नगर) – खेल
- विजयलक्ष्मी जोशी (उत्तरकाशी) – सामाजिक क्षेत्र
इन्हें मिला राज्यस्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार 2024-25
- सुनीता देवी (अल्मोड़ा)- सुनीता (अल्मोड़ा)
- सोनी फर्तयाल (अल्मोड़ा)
- मुन्नी रावत (बागेश्वर)
- शोभा देवी (चमोली)
- सरोजनी देवी (चम्पावत)
- दीपा पांडं (चम्पावत)
- पिंकी भट्ट (देहरादून)
- उर्मिला तोमर (देहरादून)
- नंदिनी (देहरादून)
- वंदना सैनी (हरिद्वार)
- इंदु (हरिद्वार)
- ललिता सहगल (हरिद्वार)
- सोनिया शर्मा (हरिद्वार)
- नीता आर्या (नैनीताल)
- कंचन तिवारी (नैनीताल)
- सीमा कुमारी (नैनीताल)
- उषा बिष्ट (पौड़ी गढ़वाल)
- गंगोत्री (पौड़ी गढ़वाल)
- हेमा जैन (पिथौरागढ़)
- पुष्पा देवी (पिथौरागढ़)
- वंदना (पिथौरागढ़)
- विमला रावल (पिथौरागढ़)
- जानकी भंडारी (रुद्रप्रयाग)
- सुनीता भट्ट (टिहरी गढ़वाल)
- ज्योति सजवाण (टिहरी गढ़वाल)
- बागेश्वरी (टिहरी गढ़वाल)
- ममता राणा (ऊधमसिंह नगर)
- साइमा इकबाल (ऊधमसिंह नगर)
- अनीता कटारिया (ऊधमसिंह नगर)
- मीना नगडाली (ऊधमसिंह नगर)
- सुनीता भट्ट (उत्तरकाशी)
- मंजू पंवार (उत्तरकाशी)