पंतनगर विवि दो छात्रों ने उठाया खौफनाक कदम, बीटेक छात्र की गई जिंदगी
रुद्रपुर। पंतनगर कृषि विवि के दो छात्रों ने आत्मघाती कदम उठाया। जिनमें से एक की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी है। जानकारी के अनुसार हरिद्वार जिले के रुड़की की गांधी कॉलोनी का रहने वाला 23 वर्षीय अक्षत सैनी पुत्र सागर सैनी पंतनगर विश्वविद्यालय में बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था। दरअसल अक्षत का परिवार कुछ समय से दिल्ली के गाजियाबाद में रह रहा था जबकि अक्षत बीटेक की पढ़ाई के लिए गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के रजत जयंती छात्रावास मे रह रहा था।
सोमवार को अक्षत का मेकअप का पेपर था। जिसके चलते उसके साथी करीब 9:30 बजे उसे परीक्षा के लिए बुलाने उसके कमरे में पहुंचे। अक्षत के साथियों ने दरवाजा काफी देर तक खटखटाया, लेकिन अक्षत ने कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद संदेह होने पर अक्षत के साथियों ने दरवाजे को जोर से झटका दिया इतने में ही अक्षत के दरवाजे की कुंडी टूट गई। कुंडी के टूटते ही अक्षत के दोस्तों ने कमरे के भीतर प्रवेश किया तो उनके होश उड़ गए। क्योंकि अक्षत कमरे में पंखे से मफलर का फन्दा लगाकर लटका हुआ था।
अक्षत के दोस्तों ने तुरंत मफलर काट कर अक्षत को फंदे से नीचे बेड पर उतारा और सीपीआर देकर उसे बचाने की कोशिश की लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम रही। इसके बाद उन्होंने इस घटना की जानकारी हॉस्टल में ही रहने वाले अक्षत की मौसी के बेटे दिव्यांश सैनी को दी। घटना की जानकारी मिलते ही कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया और उन्होंने तुरंत पुलिस प्रशासन को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम ने घटना की जांच पड़ताल शुरू करते हुए बताया कि यह मामला आत्महत्या का लग रहा है।
अक्षत के कमरे से मोबाइल डायरी मफलर भी बरामद हुआ है, लेकिन कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस प्रशासन की मानें तो अक्षत अपनी दिनचर्या को रोजाना डायरी में लिखा करता था, लेकिन लंबे समय से वह मानसिक तनाव में था। जिसके कारण उसने डायरी लिखना बंद कर दिया था। अक्षत अपने सवाल खुद से ही करता था और यही असमंजस उसे धीरे-धीरे परेशान करने लगा। जिससे उसकी मानसिक स्थिति और बिगड़ने लगी। अक्षत ने अपनी डायरी में इस बात का जिक्र किया है कि वह हार मान लेगा तो लोग सोचेंगे कि उससे पढ़ाई नहीं हो पा रही है।
अक्षत के पिता ने बताया कि अक्षत पिछले 2 साल से मानसिक तनाव में चल रहा था। जिसका इलाज जारी था। अक्षत के इलाज की जानकारी उसके अभिभावकों के साथ-साथ एडवाइजर को भी थी। अक्षत ने ऐसा आत्मघाती कदम क्यों उठाया है इसकी जांच पड़ताल जारी है। वही जानकारी मे सामने आया है कि अक्षत के साथ हुई घटना के 12 घंटे बाद रात के 10:30 बजे बीटेक इलेक्ट्रिकल फाइनल ईयर के छात्र किच्छा निवासी विवेक आर्य ने भी विश्वेवेश्वरैया छात्रावास में जान देने का प्रयास किया, हालांकि उसकी जिंदगी बच गई। विवेक की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है जिसका अस्पताल में उपचार चल रहा है।

