बरेली से मुनस्यारी घूमने आए दो युवक लापता, 32 घंटे से टीमें कर रहीं तलाश
पिथौरागढ़। उत्तर प्रदेश के बरेली से पिथौरागढ़ के मुनस्यारी घूमने आए दो युवक दो दिन से लापता हैं। 32 घंटे बाद भी युवकों का पता नहीं चल पा रहा है। फोन से अपनी लोकेशन देने के उपरांत बचाव दल को लोकेशन पर पहुंचने के बाद वह नहीं मिल रहे हैं। इधर, वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और ईको डेवलेपमेंट कमेटी के सदस्य खोज एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।

शनिवार की शाम बरेली निवासी दो युवक मोटर साइकिल से मुनस्यारी पहुंचे। मुनस्यारी में उन्होंने एक होटल में कमरा लिया। होटल रजिस्टर में युवक ने अपना नाम विशाल गंगवार निवासी बरेली उत्त्तर प्रदेश, मोबाइल नंबर 8218220343 और मोटरसाइकिल नंबर यूपी 25 सीई 9130 दर्ज कराई। अपने साथी का नाम संतोष कुमार बताया। जिस समय युवा मुनस्यारी पहुंचे तो बिजली नहीं होने से उनके आधार कार्ड की कापी नहीं बन सकी। युवाओं ने सुबह आधार कार्ड की फोटोकापी देने को कहा। रविवार सुबह करीब दस बजे होटल वालों को बिना बताए मोटर साइकिल से खलिया को रवाना हो गए।
पातलथौड़ में खलिया गेट के पास युवाओं ने निर्धारित बीस रुपए की पर्ची काटी और उसमें भी अपना नाम और निवासी बरेली बताया साथ में मोबाइल नंबर दर्ज कराया। दोनों खलिया ट्रैक पर चले गए। समय लगभग पूर्वांह 11 बजे का था। अपरान्ह साढ़े तीन बजे युवक विशाल गंगवार का इडीसी के संचालक बृजेश धर्मशक्तू को फोन आया और उसने बताया कि वह मार्ग भटक गए हैं उन्हें रेस्क्यू किया जाए।
फोन आते ही ईको वालों ने क्षेत्र के जानकार और रेस्क्यू करने वाले पूर्व सैनिक सोनू निखुर्पा फोन नंबर युवकों को दिया और उन्हें अपनी लोकेशन बताने को कहा। युवकों ने सोनू निख्रुर्पा से फोन पर बात की और अपनी लोकेशन बताई। शाम साढ़े छह बजे टीम फोन से दी गई लोकेशन पर पहुंची पर दोनों युवक नहीं मिले। आधी रात तक खोज और राहत कार्य चलता रहा। सुबह साढ़े तीन बजे बचाव दल वापस लौटा। सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास युवकों का फिर से फोन आया।
बचाव दल ने उनसे लोकेशन की फोटो वाट्सअप से भेजने को कहा। युवाओं ने लोकेशन की पूरी ट्रेसिंग भेजी और बचाव करने वाले लोकेशन पर पहुंचे परंतु युवक वहां नहीं मिले। तब से लगातार खोजबीन जारी है। अपरान्ह को खलिया क्षेत्र में मौसम बेहद खराब हो गया। भारी बारिश और ओलावृष्टि होने लगी जो सायं तक जारी रही। खोज एवं बचाव दल सायं साढ़े सात बजे गेट पर वापस लौटा। इसकी सूचना प्रशासन को दिए जाने के बाद वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और इको डेवलेपमेंट कमेटी का दूसरा खोज एवं बचाव दल रवाना हो चुका है।
खलिया क्षेत्र में मौसम बेहद खराब है। खलिया क्षेत्र 10, 400 फीट की ऊंंचाई पर स्थित विशाल अल्पाइन क्षेत्र है। जो बिर्थी झरने के उद्गम से लेकर मर्तोली थौड़ तक फैला हुआ है। होटल में उनका कमरा भी बंद है और चाबी उनके पास ही है। जिसके चलते उनका बरेली का वास्तविक पता भी नहीं मिल पा रहा है। पिछले सप्ताह भी खलिया में गए मुंबई के दो पर्यटक भटक गए थे, परंतु उनके द्वारा दी गई लोकेशन पर पहुंचने के बाद दोनो मिल गए थे।


