उत्तराखंड : प्रदेशभर में खेती के मददगार होंगे लोहाघाट ग्रोथ सेंटर के बने कृषि उपकरण
जनपद चम्पावत के लोहाघाट में स्थित ग्रोथ सेंटर के लोहे से बने कृषि उपकरण अब पूरे प्रदेश में खेती में मददगार होंगे। प्रदेश शासन के निर्देश के बाद उत्तराखंड के कृषि निदेशक गौरीशंकर ने सभी जिलों के कृषि अधिकारियों को लोहाघाट के कृषि उपकरण खरीदने के दिए आदेश दिए हैं। इससे न केवल यहां की ग्रामीण महिलाओं को काम मिलेगा बल्कि वोकल फॉर लोकल के नारे को भी बढ़ावा मिल सकेगा।
लोहाघाट का स्वयं सहायता समूह प्रगति ग्राम संगठन भी हाथों और मशीनों से लोहे के बर्तन बनवा रहा है। समूह की अध्यक्ष नारायणी देवी और अमित कुमार बताते हैं कि मजबूत तले वाले लोहे के बर्तन टिकाऊ और खूबसूरत होते हैं। यह खाने का स्वाद भी बढ़ाते हैं। प्रदेश के सात लाख बीस हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खेती होती है। इन खेतों में दराती, कुदाल, खुरपी, पंजा, फावड़े चलाने के लिए इस ग्रोथ सेंटर में कई कृषि यंत्र भी बनाए जा रहे हैं।
कृषि सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कुछ समय पहले इस केंद्र का मुआयना किया था। इन कृषि उपकरणों की मजबूती को देखते हुए उन्होंने इसे खेती और किसानों के लिए मुफीद पाया। इसीलिए उन्होंने कृषि और उद्यान विभाग के निदेशक को इन कृषि उपकरणों को प्रदेश के अन्य जिलों में भी खेती के लिए खरीदने के निर्देश दिए।
चम्पावत जिले ने खरीदे तीन लाख के कृषि उपकरण
कृषि निदेशालय के आदेश पर चम्पावत जिले में अमल किया जा रहा है। मुख्य कृषि अधिकारी जीएस भंडारी का कहना है कि चम्पावत जिले में तीन लाख रुपये से कृषि उपकरण खरीदे जा रहे हैं। लोहाघाट ग्रोथ सेंटर के लोहे की गुणवत्ता अच्छी है। यह लंबे समय तक उपयोग में आएंगे। यह कृषि उत्पादन बढ़ाने में भी मददगार होंगे। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी बताते हैं कि ग्रोथ सेंटर से लोहे के परंपरागत हुनर को नया मुकाम मिलने के साथ रोजगार भी बढ़ा है।
उत्तराखंड शासन के निर्देश पर कृषि निदेशालय ने उत्तराखंड के सभी जिलों के मुख्य कृषि अधिकारियों को लोहाघाट ग्रोथ सेंटर के कृषि उपकरण खरीदने के लिए आदेश दिए हैं। इस केंद्र के कृषि उपकरण बेहद मजबूत और गुणवत्तायुक्त है। गौरीशंकर, कृषि निदेशक, उत्तराखंड