चम्पावत : उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह में गूंजा ‘उत्तराखंडी गौरव’, रजत जयंती वर्ष में राज्य आंदोलनकारियों के प्रति व्यक्त की गई कृतज्ञता

चम्पावत। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष @25 के ऐतिहासिक अवसर पर चम्पावत में गोरलचौड़ मैदान स्थित राजकीय प्रेक्षागृह में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्य निर्माण आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले राज्य आंदोलनकारियों व उनके परिवारजनों के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की गई तथा उनके संघर्ष, बलिदान और योगदान को नमन किया गया।






कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती, लौहपुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल तथा राज्य आंदोलन के अमर शहीदों की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी मनीष कुमार ने जनपद के विभिन्न स्थानों से आये सम्मानित राज्य आंदोलनकारियों को फूलमाला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर उनके प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में जिन आंदोलनकारियों ने अपना जीवन समर्पित किया, उनके प्रति हमारा यह आभार मात्र औपचारिकता नहीं, बल्कि प्रेरणा का प्रतीक है।

कार्यक्रम में एबीसी अल्मा मैटर की छात्राओं के साथ ही विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने स्वागत गीत और देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनसे पूरे सभागार में देशभक्ति और गर्व की भावना व्याप्त हो गई। राज्य आंदोलनकारी नवीन मुरारी ने राज्य आंदोलन के दौरान के संघर्षों और जनभावनाओं को साझा करते हुए कहा कि यह आंदोलन केवल राज्य की मांग नहीं, बल्कि पहचान और स्वाभिमान की लड़ाई थी। कार्यक्रम के दौरान सरदार बल्लभभाई पटेल की जीवनी पर आधारित एक प्रेरणादायी डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की गई। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर उपस्थित सभी नागरिकों को मतदाता जागरूकता एवं नशा मुक्ति की शपथ भी दिलाई।

नगर पालिका अध्यक्ष प्रेमा पांडेय और विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी ने कहा कि आज हमें जो ‘उत्तराखंडी’ होने का गौरव प्राप्त है, वह राज्य आंदोलनकारियों के त्याग, साहस और समर्पण का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हम सभी को उनके आदर्शों के अनुरूप एक सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रगतिशील उत्तराखंड के निर्माण का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी मनीष कुमार ने सभी राज्य आंदोलनकारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य आंदोलनकारियों से संबंधित सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए।
कार्यक्रम में बसंत तड़ागी (उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति अध्यक्ष), हेमेश खर्कवाल (पूर्व विधायक), प्रकाश तिवारी (विधायक प्रतिनिधि), शंकर दत्त पांडेय, मंदीप सिंह ढेक, बालम सिंह बोहरा, अर्जुन सिंह ढेक, हरीश कालखुड़िया, भुवन जोशी, कमल राजन, खीमानंद पांडेय, बहादुर फर्त्याल, मोहन ढेक, शेखर कापड़ी, रविंद्र चंदेल, इंद्रेश लोहनी, गणेश चंद्र, देवेंद्र गौरग, गणेश खर्कवाल, गणेश जोशी, कल्याण सिंह सामंत, गिरीश उप्रेती, हिमेश कलखुड़िया, योगेश मेहता, हरगोविंद बोहरा, श्याम कार्की, सुधीर शाह, मंजू तड़ागी, रविराज सिंह देउपा, खीम सिंह बिष्ट, कुसुम लता राय, सुनील गड़कोटी, रघुराज देउपा, सुरेंद्र सिंह बोहरा, भूपेश देव ‘ताऊ’, गणेश मेहता, मोहन चौबे, नवीन मुरारी, राजेंद्र गड़कोटी सहित अन्य राज्य आंदोलनकारियों के प्रति आभार एवं कृतज्ञता प्रकट की गई। कार्यक्रम का संचालन जीवन चंद्र कलोनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख अम्चला बोहरा, सूरज प्रहरी, विमला तड़ागी, जगदीश जोशी, हितेश जोशी, अपर जिलाधिकारी कृष्णनाथ गोस्वामी, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

