उत्तरकाशी टनल हादसा : मम्मी मैं दीपावली में घर नहीं आ सकूंगा, मेरे साथी छुट्टी पर हैं, परिजनों को 11 नवंबर को फोन किया था टनकपुर के पुष्कर ने
टनकपुर। उत्तरकाशी के सिलक्यारा में हुए सुरंग हादसे में टनकपुर का पुष्कर सिंह ऐरी भी फंसा है। ग्राम सभा छीनीगोठ निवासी पुष्कर सिलक्यारा सुरंग के काम से एक साल से जुड़ा है और सुरंग बनाने में काम आने वाली ड्रिलिंग रिंग मशीन में ऑपरेटर का कार्य करता है।
भाई विक्रम सिंह ने बताया कि पुष्कर तीन माह पहले घर आया था। दीपावली में आने की बात कही थी, लेकिन साथियों के छुट्टी पर जाने उनका घर आने का कार्यक्रम टल गया। फिर 13 नवंबर को सुरंग के एक कार्मिक से फोन के माध्यम से पुष्कर सिंह के फंसे होने की जानकारी मिली, तब से परिजन परेशान हैं। न तो दिन में चैन पड़ रहा है और न ही रात में नींद आती है। परिवार के लोग खेत में भी नहीं जा रहे हैं। ना कोई दूसरा काम कर पा रहे हैं। मोबाइल फोन की घंटी बजते ही बेटे पुष्कर सिंह की कुशलता जानने को बेकरार हो जा रहे हैं। पिछले छह दिन से उसकी कुशलता की खबर के लिए टकटकी लगाए इंतजार कर रहे हैं। पुष्कर सिंह के भाई विक्रम सिंह ऐरी ने बताया कि कार्मिकों के मुताबिक फंसे श्रमिकों को खाना पानी, ऑक्सीजन, दवा व जरूरी राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। विक्रम भाई की सुध लेने के लिए बृहस्पतिवार को स्वयं उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए हैं।
परिजनों से हुई वार्ता : मम्मी मैं दीपावली में नहीं आ सकूंगा मेरे साथी छुट्टी पर हैं
उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिलक्यारा के सुरंग में फांसी पुष्कर सिंह ऐरी से माता गंगा देवी और पिता राम सिंह ऐरी की अंतिम बात 11 नवंबर को हुई। तब से माता-पिता एवं भाई की नजरे मोबाइल टीवी तथा अखबारों पर टिकी हुई हैं।
बेटे के सुरंग में फंसे होने से पूरा परिवार बेचैन है
चम्पावत जिला प्रशासन निर्माणाधीन सुरंग में फंसे पुष्कर सिंह ऐरी की जानकारी के लिए उत्तरकाशी के प्रशासन से संपर्क किया जा रहा है। डीएम ने चम्पावत जिला आपदा अधिकारी मनोज पांडे को उत्तरकाशी के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर अपडेट लेते रहने के निर्देश दिए हैं। टनकपुर के एसडीएम आकाश जोशी को भी परिवार जनों से मुलाकात करने को कहा गया है।