जंगल की आग की चपेट में आने से ग्रामीण की मौत, इस जिले में अब तक पांच लोग गंवा चुके हैं जान
अल्मोड़ा। प्रदेश के विभिन्न स्थानों के साथ ही जिले में भी वनाग्नि की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। जंगल की आग से कई लोग जान गंवा चुके हैं। शुक्रवार को सोमेश्वर वन क्षेत्र के खाई खट्टा के जंगल में भयानक आग लग गई, जिसे बुझाने का प्रयास कर रहे एक व्यक्ति बुरी तरह झुलस गया। जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर राजस्व पुलिस पहुंची ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अल्मोड़ा जिले में लगातार विभिन्न वन क्षेत्रों में आग की घटनाएं बढ़ती जा रही है। वन विभाग इन बढ़ती घटनाओं को रोकने में नाकामयाब साबित हो रहा है। शुक्रवार को वन क्षेत्र सोमेश्वर व तहसील अल्मोड़ा के खाई कट्टा गांव के जंगल में आग लग गई। हवा के साथ आग ने विकराल रूप ले लिया। इस दौरान खाई कट्टा निवासी महेंद्र सिंह डांगी (45) पुत्र गोविंद सिंह डांगी अपने भवन की ओर आग को बढ़ता देख उसे ग्रामीणों के साथ बुझाने का प्रयास करने लगा। इस दौरान वह आग की चपेट में आ गया। आग विकराल होने के चलते ग्रामीण आग की चपेट में इस कदर आया कि उसके कमर से नीचे का पूरा हिस्सा बुरी तरह जल गया और मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों ने राजस्व पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची राजस्व पुलिस ने शव का पंचनामा भर शव को अल्मोड़ा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खोड़ी क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि प्रथम दृष्टया में जानकारी में आया है कि जंगल में लगी आग को बुझाने के प्रयास में खाई कट्टा गांव निवासी महेंद्र सिंह डांगी पुत्र गोविंद सिंह डांगी की मौत हो गई। वहीं मामले की जांच भी की जा रही है।
जंगल की आग से पहले भी चार मजदूरों की हो चुकी मौत: जिले में लगातार आग विकराल रूप ले रही है और कई लोगों को लील चुकी है। पूर्व में सोमेश्वर के स्यूनराकोट के जंगलों में चार नेपाली मजदूरों की आग की चपेट में आने से मौत हो गई थी।