पौड़ी बस हादसे में रेस्क्यू करने वाले ग्रामीणों को मिलेगा प्रोत्साहन: सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पौड़ी के सिमड़ी में हुई बस दुर्घटना में राहत बचाव शुरू करने वाले ग्रामीणों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने पौड़ी के जिलाधिकारी को सबसे पहले राहत बचाव के लिए पहुंचे ग्रामीणों की पहचान कर उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए। दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में घटना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद सबसे पहले आस पास के ग्रामीण पहुंचे और उन्होंने घायलों को गहरी खाई से बाहर निकालने में मदद की। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि आपदा के समय फर्स्ट रेस्पांडर की भूमिका की अहम भूमिका होती है। उन्होंने डीएम पौड़ी को निर्देश दिए कि राहत बचाव शुरू करने वाले स्थानीय लोगों की सूची तैयार कर उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन ग्रामीणों ने आपदा की घड़ी में घायलों को और मृतकों को बाहर निकालने में मदद की उन सभी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को पुरस्कृत किया जाना जरूरी है। उन्होंने रात के समय राहत एवं बचाव करने के लिए ग्रामीणों का आभार जताते हुए कहा कि इस वजह से कई लोगों की जिंदगी बचाने में मदद मिल पाई।

रात भर रेस्क्यू में जुटे रहे ग्रामीण
सिमड़ी में हुई बस दुर्घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन का इंतजार किए बिना ही राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया था। दुर्घटना के ढ़ाई घंटे बाद पुलिस प्रशासन जब मौके पर पहुंचा तब तक दस घायलों को रेस्क्यू किया जा चुका था। सिमड़ी के साथ ही कांडा तल्ला, कांडा मल्ला के साथ ही रिखणीखाल, बीरोंखाल, पोखड़ा से सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पहुंच कर रातभर राहत एवं बचाव अभियान चलाया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय ग्रामीण अनूप पटवाल ने बताया कि शाम सात बजे के करीब दुर्घटना के तत्काल बाद ही ग्रामीण अपने मोबाइल और टार्च के सहारे बचाव अभियान में जुट गए थे। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद राहत एवं बचाव अभियान में जुटने वालों में आशीष जोशी, सोहन पंवार, जनार्दन जोशी, अनूप सुयाल, संदीप रावत के साथ ही सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।
