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अंधेर नगरी चौपट राजा # शिक्षा को संवारेंगे जिला पर्यटन अधिकारी

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चम्पावत जिले में शिक्षा विभाग के साथ मजाक हो रहा है। तबादले में यहां से अधिकारी तो चले गए, लेकिन प्रतिस्थानी पहुंचे नहीं। नतीजा यह कि शिक्षा विभाग के जिला कार्यालय में इस वक्त एक भी विभागीय अफसर नहीं है। शिक्षा विभाग के जिले के तीन सबसे बड़े अधिकारियों सीईओ, डीईओ प्रारंभिक शिक्षा, डीईओ माध्यमिक शिक्षा की जिम्मेदारी जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़ को दी गई है। इससे जरूरी विभागीय कामों पर बुरा असर पड़ रहा है।
चम्पावत जिले में कुल 679 सरकारी स्कूल हैं। इनमें 483 राजकीय प्राथमिक विद्यालय, 92 राजकीय जूनियर हाईस्कूल, 104 जीआईसी, जीजीआईसी और राजकीय हाईस्कूल शामिल हैं। इनमें 27 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को तीन हजार शिक्षक-शिक्षिकाएं पढ़ा रहीं हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों के न होने पर स्कूलों पर निगरानी से लेकर रोजमर्रा की व्यवस्थाओं पर असर पड़ रहा है। सीईओ आरसी पुरोहित, डीईओ प्रारंभिक शिक्षा सत्यनारायण, चंपावत के बीईओ अंशुल बिष्ट, लोहाघाट के हरेंद्र साह के स्थानांतरण, डीईओ माध्यमिक डीएस राजपूत के चिकित्सकीय अवकाश पर होने से ये सभी पद खाली हो गए हैं। बाराकोट के बीईओ की कुर्सी पहले से खाली है। अधिकारियों की कमी से स्कूलों की निगरानी पर बुरा असर पड़ रहा है।

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इन खाली पदों पर इन अफसरों को दी गई है अतिरिक्त जिम्मेदारी
1— सीईओ, डीईओ प्रारंभिक शिक्षा, डीईओ माध्यमिक शिक्षा का जिम्मा जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़ को।
2— चम्पावत के खंड शिक्षाधिकारी का अतिरिक्त जिम्मा धौन जीआईसी के प्रधानाचार्य महीप नारायण तिवारी को।
3— लोहाघाट, पाटी, बाराकोट के खंड शिक्षाधिकारी का अतिरिक्त दायित्व बाराकोट के बीईओ भानुप्रताप सिंह को मिला।

तीन साल पूरे कर चुके अधिकारियों का तबादला होने और उनके स्थान पर यहां भेजे गए अधिकारियों के कार्यभार ग्रहण न करने से यह स्थिति पैदा हुई है। काम चलाने के लिए दूसरे विभाग के अधिकारी को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही मुख्य सचिव को पत्र भेजकर शिक्षाधिकारियों के खाली पदों पर तैनाती का भी आग्रह किया गया है। विनीत तोमर, डीएम, चम्पावत

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नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड