दत्तात्रेय होसबोले बने आरएसएस के सरकार्यवाह, प्रतिनिधि सभा की बैठक में हुआ चुनाव

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नए सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले चुने गए हैं। यह चुनाव बेंगलुरु के चेन्नहल्ली स्थित जनसेवा विद्या केंद्र में चल रही प्रतिनिधि सभा में शनिवार (20 मार्च) को हुआ। बता दें कि आज इस बैठक का आखिरी दिन है। संघ की प्रतिनिधि सभा ने सर्वसम्मति से अगले तीन साल के लिए दत्तात्रेय को सरकार्यवाह चुना है। उससे पहले वह सह सरकार्यवाह का दायित्व संभाल रहे थे।

दत्तात्रेय होसबोले चार बार के सरकार्यवाह रहे सुरेश भैयाजी जोशी का स्थान लेंगे। यह संघ में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पद माना जाता है। 66 वर्षीय दत्तात्रेय होसबोले कर्नाटक के शिमोगा जिले से हैं। सरकार्यवाह का कार्यकाल 3 सालों का होता है। भैयाजी जोशी बीते चार बार से लगातार सरकार्यवाह पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे। बताते हैं कि बेंगलुरु में प्रतिनिधि सभा की बैठक में इस पद के लिए अनिच्छा जताने के बाद दत्तात्रेय को सर्वसम्मत से सरकार्यवाह चुन लिया गया।
सरसंघचालक का पद सबसे बड़ा
RSS में सरसंघचालक का पद सबसे बड़ा होता है, लेकिन यह एक तरह से मार्गदर्शक का पद होता है। संगठन के रोजमर्रा के कामों की जिम्मेदारी सरकार्यवाह की होती है। यह पद महासचिव के बराबर का होता है। सरसंघचालक अपना उत्तराधिकारी स्वयं चुनता है। संगठन में सरसंघचालक का निर्णय ही अंतिम माना जाता है। वर्तमान में सरसंघचालक मोहन भागवत हैं।
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के कार्य
संघ में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (ABPS) के कार्य बेहद अहम हैं। यह संघ में निर्णय लेने वाली सुप्रीम बॉडी होती है। इस बार बेंगलुरू में इसकी दो दिवसीय सालाना बैठक हो रही है। आज इसी बैठक में सरकार्यवाह का चुनाव हुआ है। बैठक में करीब 450 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। इन प्रतिनिधियों में सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी भी हैं।
