पहाड़ में चीर बंधन के साथ खड़ी होली का आगाज, गांव गांव बजने लगे ढोल झांझन
दिनेश चंद्र पांडेय, चम्पावत: पहाड़ में बुधवार को चीर आरोहण के साथ ही गांव गांव खड़ी होली का आगाज हो गया है। पहले दिन भक्ति रस से सराबोर होलियों का गायन हुआ। चम्पावत चाराल के गांवों में साढे दस बजे बाद घरों के आगनों, देवालयों और सार्वज सार्वजनिक स्थानों में वैदिक मंत्रोचार के बीच पुरोहितों ने यजमानों से विधिवत पूजा-अर्चना करवाई। गणेश पूजन के साथ ही भगवती पूजन हुआ। रंग बिरंगी ध्वजाओं को एक गोल छल्ले में बांधने के बाद उसका गंधाक्षत कर खंभे के सहारे चीर को घेंटते हुए उसके वृताकार वलय में होली गायन हुआ। हर गांव में ढोल झांझन के स्वरों के साथ होलियारों ने पहले दिन भक्ति रस से ओतप्रोत होलियों का गायन किया।
हरि धरें मुकुट खेलें होरी …, तुम तो भई तपवान कालिका कलियुग में अवतार भई…., शिव के मन माहि बसे काशी …, भज लो गणपति को वे ही करेंगे बेड़ा पार… सहित तमाम भक्ति रस से ओतप्रोत होलियों का गायन हुआ। मादली में विक्रम खाती के आवास में पुरोहित रमेश पुनेठा ने चीर पूजन कर ध्वजारोहण कराया। दिनेश पांडेय के संचालन में आहुत चीर बंधन के मौके पर हरीश पांडेय, मोहन खाती, धर्म सिंह, देव सिंह, वजीर खाती,प्रकाश पांडेय, हरीश तिवारी, देव सिंह खाती, भुवन पांडेय, दिनेश खाती, दुर्गा सिंह,रेवाधर पांडेय, कौस्तुभानंदन, मदन खाती, गिरीश पंत, नारायण खाती, हरीश राय, जगदीश पांडेय, किशन पांडेय, मोहन पांडेय, प्रह्लाद खाती, रमेश खाती, पूरन पंत, निर्मल पांडेय, एनडी चिलकोटी, सहित तमाम लोग मौजूद रहे। इसके अलावा कनलगांव-गोरल, डडा कुलेठी, छतार, डुगरासेठी, ढकना, तल्लीहाट, मल्लीहाट, खर्ककार्की, चैकुनी, मुड़ियानी, राकण, शक्तिपुर, लटोली, फूंगर सहित मंच तामली, गुमदेश, लोहाघाट, पाटी, बाराकोट विकास खंड के कई इलाकों में चीर बंधन और रंग डालने के साथ खड़ी होली शुरू हो गई।