पूर्व मंत्री यशपाल आर्य की तहरीर पर किंदा समेत 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बाजपुर। पूर्व मंत्री यशपाल आर्य ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा है कि शनिवार को बाजपुर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने अपने बेटे संजीव आर्य, हरेंद्र सिंह लाडी के साथ जा रहे थे। इसी बीच श्मशान घाट के सामने कुछ असामाजिक तत्वों ने उनकी गाड़ी को लाठी डंडों और तलवारों के बल पर रोक लिया। स्थिति को देखते हुए उन्होंने और उनके बेटे संजीव आर्य ने समझाने की कोशिश की जिस पर हमलावरों ने लाठी डंडों से हमला कर दिया, जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। एएसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि तहरीर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रवीन कांबोज, विक्की सरना, बाबा पिंटू, जसविंदर सिंह, सुरजन सिंह, रजनीत सिंह, सुरेंद्र सिंह, रविंदर सिंह, सोनू सिंह, जसविंदर खंबारी, निर्मल सिंह, हरजिंदर सिंह के खिलाफ धारा 147, 148, 323, 504, एससी/एसटी अधिनियम के तहत मुकदममा दर्ज किया गया है।
मालूम हो कि कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने बाजपुर जा रहे उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य के काफिले पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा और उनके समर्थकों ने हमला कर दिया। घटना लेवड़ा नदी पुल की है। किंदा व उनके साथी वहां आर्य के विरोध में काले झंडों के साथ धरना दे रहे थे। लाठी डंडों से हुए हमले में कांग्रेस के करीब 7-8 कार्यकर्ता चोटिल हो गए। हमलावरों के तेवर देखकर कार्यकर्ताओं ने आर्य और उनके बेटे को गाड़ी से उतारकर घेरे में लेकर पैदल कोतवाली पहुंचाया। कार्यकर्ताओं ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने में साढ़े चार घंटे तक घरना दिया। पुलिस ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा सहित 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
भाजपा छोड़कर कांग्रेस में वापस आए पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य शनिवार दिन में करीब साढ़े बारह बजे कार्यकर्ताओं के काफिले के साथ बाजपुर में आयोजित कांग्रेस की बैठक में शामिल होने जा रहे थे। इस दौरान हल्द्वानी स्टेट हाइवे स्थित लेवड़ा नदी पुल पर किसान आंदोलन से जुड़े रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा ने अपने समर्थकों के साथ आर्य को काले झंडे दिखाए और हिंसात्मक विरोध शुरू कर दिया। इस पर आर्य समर्थक और हमलावरों के बीच जमकर धक्का मुक्की होने लगी। पूर्व विधायक संजीव आर्य ने विरोध करने वाले हमलावरों को समझाने की कोशिश की तो कुछ हमलावरों ने लाठी तान ली।
इस पर कार्यकर्ता सोनू कंग सहित अन्य कांग्रेसियों ने आर्य की गाड़ी को सुरक्षा के लिहाज से चारों तरफ घेर लिया। हमलावरों की लाठियां लगने से सोनू कंग, नावेद सहित 7- 8 कार्यकर्ता चोटिल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने हमलावरों को खदेड़ने की कोशिश की। भारी संख्या में कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। करीब घंटे भर घटनास्थल पर अफरा तफरी मची रही। कार्यकर्ता घेराबंदी के बीच धीमी गति से आर्य की गाड़ी को कुछ दूर तक ले गए। उसके बाद यशपाल आर्य, संजीव आर्य गाड़ी से उतरकर कार्यकर्ताओं के साथ पैदल कोतवाली पहुंचे। कोतवाली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। उनके साथ यशपाल आर्य, संजीव आर्य ने कोतवाली में धरना दिया। आर्य सहित सभी वक्ताओें ने सोची समझी साजिश के तहत हमला कराने का आरोप लगाते हुए भाजपा सरकार को कोसा। कई कार्यकर्ताओं ने हमलावरों को मुंहतोड़ जवाब देने तक का एलान किया।