लोहाघाट के कोलीढेक में बनाया जाएगा आयुष ग्राम, 65 नाली भूमि विभाग के नाम हुई हस्तांतरित
चम्पावत। आयुर्वेदिक चिकित्सा विभाग की ओर से लोहाघाट विकासखंड के कोलीढेक में आयुष ग्राम की स्थापना की जाएगी। जिसमें पंचकर्म, आयुर्वेदिक नेचरोथैरेपी, यूनानी, योग आदि सभी चिकित्सा सुविधाएं दी जाएंगी। आयुष ग्राम के लिए कोलीढेक में 65 नाली भूमि विभाग के नाम हस्तांतरित की जा चुकी है।
आयुर्वेदिक विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.आरपी सिंह के अनुसार कोलीढेक में आयुष ग्राम की स्थापना के साथ ही जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर में 50 बिस्तर की सुविधा वाले आयुर्वेदिक अस्पताल का निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लोहाघाट अस्पताल में शीघ्र ही क्षार सूत्र चिकित्सा पद्धति से बवासीर, भगंदर आदि रोगों का उपचार किया जाएगा।
बताया कि जिले के रीठाखाल, रीठासाहिब, खायकोट और चमदेवल में नए आयुर्वेदिक अस्पताल के अलावा एबटमाउंट में पर्यटन की दृष्टि से भी आयुर्वेदिक अस्पताल प्रस्तावित किया गया है। इसके अलावा चम्पावत जिला मुख्यालय समेत तामली, बर्दाखान, टनकपुर, रौसाल, रैघांव, क्वारसिंह, मूलाकोट और बनलेख में अस्पतालों के स्थायी भवन निर्माण के लिए भूमि की तलाश शुरू की जा रही है।
आठ स्थानों पर नए वेलनेस सेंटरों का निर्माण प्रस्तावित
चम्पावत। आयुर्वेदिक विभाग की ओर से जिले में आठ स्थानों पर नए वेलनेस सेंटरों का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ.आलोक शुक्ला के अनुसार चौड़ाकोट, विरगुल, बनबसा, डूंगराकोट, गूंठ गरसाड़ी, सिमलखेत, ओखलंज और कर्णकरायत में नए वेलनेस सेंटर प्रस्तावित किए जा रहे हैं। जबकि लोहाघाट, मडलक, दिगालीचौड़ और रीठाखाल में वेलनेस सेंटरों का संचालन पूर्व से किया जा रहा है।
संयुक्त निदेशक ने किया प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण
चम्पावत। आयुर्वेदिक विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आरपी सिंह ने कोलीढेक में आयुष ग्राम के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यहां जड़ी बूटी विकास की भी व्यापक संभावनाएं हैं। निरीक्षण में जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ.आलोक शुक्ला, आयुष सलाहकार डॉ.हेमंत खर्कवाल, डॉ. गिरेंद्र चौहान. डॉ. अजय रस्तोगी आदि थे।