ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से 22 मरीजों की मौत, सरकार ने किया 5 लाख के मुआवजे का एलान

महाराष्ट्र के नासिक से बेहद दर्दनाक खबर आ रही है। यहां एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक हो गई थी, जिसके बाद सप्लाई बंद कर दी गई। ऐसे में वेंटिलेटर पर मौजूद 22 मरीजों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। हादसे की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में वॉल्व खुला रहने की वजह से ऑक्सीजन लीक हो गई थी। लीकेज बंद करने के लिए अस्पताल में सप्लाई रोक दी गई। उस वक्त अस्पताल में 23 मरीज वेंटिलेटर पर थे, जिन्हें ऑक्सीजन मिलनी बंद हो गई। इनमें 22 मरीजों ने दम तोड़ दिया। बता दें कि उद्धव ठाकरे सरकार ने इस हादसे की जांच कराने का आदेश दिया। साथ ही, मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देने का एलान किया। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि टैंकर के वॉल्व में दिक्कत होने के कारण काफी ऑक्सीजन लीक होने लगी थी। उन्होंने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही, कहा कि नासिक के निगम कमिश्नर ने हादसे की जानकारी दी। साथ ही, बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है। मैं नासिक जा रहा हूं। छगन भुजबल मौके पर पहुंच चुके हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नासिक हादसे को दर्दनाक बताया। उन्होंने कहा कि हादसे में 22 लोगों की मौत की जानकारी मिली, जो बेहद विचलित करने वाली है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि बाकी मरीजों की मदद की जाए और जरूरत पड़ने पर उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। साथ ही, मामले की जांच भी कराई जाए। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी नासिक हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि इस हादसे की खबर से दुखी हूं। मैं उन परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस हादसे में खो दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑक्सीजन टैंक लीक होने से नासिक में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इस घटना में हुए जान-माल के नुकसान से मन खिन्न है। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी इस घटना को लेकर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा, श्नासिक के डॉ. जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन टैंकर लीकेज की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के चलते कोविड मरीजों की मृत्यु के बारे में जानकर दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के साथ हैं।

