डी गुकेश और मनु भाकर समेत 4 खेल रत्न से सम्मानित, 32 खिलाड़ियों को मिला अर्जुन अवॉर्ड
नई दिल्ली। विश्व शतरंज चैंपियन गुकेश डी, पेरिस ओलंपिक की डबल मेडलिस्ट मनु भाकर (निशानेबाजी), ओलंपिक कांस्य विजेता हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार को शुक्रवार, 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार मिला।
4 खिलाड़ी खेल रत्न से सम्मानित
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार (एनएसए) हर साल खेलों में उत्कृष्टता को मान्यता देने और पुरस्कृत करने के लिए दिए जाते हैं। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार पिछले चार वर्षों में किसी खिलाड़ी द्वारा खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
सिंगापुर में खिताबी मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन को हराकर डोमराजू गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बने। वहीं, मनु भाकर 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में डबल कांस्य पदक जीतने के बाद पेरिस में खेलों के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाले पहली भारतीय एथलीट बनीं। दूसरी ओर, हरमनप्रीत सिंह ने भारत को पुरुष हॉकी में लगातार दूसरा ओलंपिक कांस्य पदक दिलाया, जबकि प्रवीण ने पैरालिंपिक में ऊंची कूद टी 64 में स्वर्ण पदक जीता।
32 खिलाड़ियों को मिला अर्जुन अवॉर्ड
इस बार 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिए गए जिनमें से 17 पैरा एथलीट हैं। अर्जुन पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों में पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान अमन सेहरावत, निशानबाज स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह और पुरूष हॉकी टीम के सदस्य जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, संजय और अभिषेक आदि शामिल हैं। अर्जुन पुरस्कार पिछले चार वर्षों में खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और नेतृत्व, खेल भावना और अनुशासन की भावना दिखाने के लिए दिया जाता है।
दो दिग्गजों को अर्जुन पुरस्कार (लाइफटाइम)
पूर्व साइकिल चालक सुच्चा सिंह और पूर्व पैरा-तैराक मुरलीकांत राजाराम पेटकर को अर्जुन पुरस्कार (लाइफटाइम) दिया गया। यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने और प्रेरित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खेलों में योगदान दिया है और सक्रिय खेल करियर से संन्यास लेने के बाद भी खेलों को बढ़ावा देने में योगदान देना जारी रखते हैं।
ये कोच द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित
सुभाष राणा (पैरा-शूटर), दीपाली देशपांडे (शूटिंग) और संदीप सांगवान (हॉकी) को द्रोणाचार्य पुरस्कार मिला, जबकि एस मुरलीधरन (बैडमिंटन) और अरमांडो एग्नेलो कोलाको (फुटबॉल) को आजीवन श्रेणी में द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
द्रोणाचार्य पुरस्कार लगातार उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य करने वाले कोचों को दिया जाता है, साथ ही खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाने के लिए भी दिया जाता है।