पहाड़ी जिलों में 84 नये डॉक्टर्स को मिली तैनाती, सीएमओ को भेजी गई सूची, देखें लिस्ट…

देहरादून। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में डॉक्टर्स की कमी को दूर करने की कोशिशें की जा रही हैं। इसी कड़ी में अब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को 84 नये एमबीबीएस डॉक्टर्स मिल गये हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से पास आउट हुए 84 बॉन्डधारी डॉक्टर्स को प्रदेश के नौ पर्वतीय जिलों में तैनाती दे दी गई है। जिसकी सूची स्वास्थ्य विभाग ने इन जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को भेज दी गई है।

स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया प्रदेश के चिकित्सा इकाईयों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अपग्रेडेशन के लिये राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों, नर्सिंग अधिकारियों समेत तमाम संवर्गों में पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती से स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हो रही है। इसी क्रम में बॉड व्यवस्था के तहत श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से पास आउट 84 बॉडधारी चिकित्सकों को नौ पर्वतीय जनपदों में तैनाती दे दी गई है। जिसकी सूची स्वास्थ्य महानिदेशालय स्तर से जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को सौंप दी गई है। इन बॉन्डधारी चिकित्सकों को संबंधित सीएमओ प्राथमिकता के आधार पर खाली पदों के सापेक्ष अस्पताल आवंटित करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया बॉन्ड व्यवस्था के तहत पौड़ी और अल्मोड़ा जिले में 15 चिकित्सकों को तैनाती दी गई है। इसी तरह पिथौरागढ़ में 11, बागेश्वर 6, चमोली एवं रूद्रप्रयाग में 9-9, उत्तरकाशी एवं टिहरी में 7-7 और चम्पावत जिले में 5 डॉक्टर्स को तैनाती दी गई है। बॉन्डधारी एमबीबीएस चिकित्सकों की तैनाती प्राथमिकता के आधार पर दुर्गम एवं पर्वतीय क्षेत्रों के चिकित्सालयों में दी जायेगी। सभी बॉन्डधारी चिकित्सकों को 20 दिन के भीतर तैनाती स्थान पर योगदान देना होगा।
संविदा बॉन्डधारी चिकित्सकों की नियुक्ति बॉन्ड व्यवस्था के तहत 5 वर्ष के लिये नियत मानदेय पर की गई है। बॉन्ड के उल्लंघन पर इनके खिलाफ अनुबंध की शर्तों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जायेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में चिकित्सकों की तैनाती से स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर होंगी। स्थानीय स्तर पर लोगों को उपचार मिल सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत
